चंद्रयान-2 की सफल उड़ान में जानिए प्रदेश के इस युवा वैज्ञानिक का योगदान, अब इस मिशन में जुटे प्रियांशु | Learn about the successful flight of Chandrayaan-2, this young scientist contributes to the contribution of the state,

चंद्रयान-2 की सफल उड़ान में जानिए प्रदेश के इस युवा वैज्ञानिक का योगदान, अब इस मिशन में जुटे प्रियांशु

चंद्रयान-2 की सफल उड़ान में जानिए प्रदेश के इस युवा वैज्ञानिक का योगदान, अब इस मिशन में जुटे प्रियांशु

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : July 24, 2019/1:55 am IST

उमरिया। चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण में अहम भूमिका में रहे आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले के चंदिया निवासी युवा वैज्ञानिक प्रियांशु मिश्रा तिरुवनंतपुरम स्थित इसरो में इंजीनियर साइंटिस्ट के पद पर कार्य कर रहे हैं। चंद्रयान की सफलता के बाद माता पिता ने खुशी जताई है, और नगरवासियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने दी बधाई।

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चंद्रयान 2 की अंतरिक्ष मे सफल लांचिंग के बाद जहां पूरी दुनिया में देश का डंका बज रहा है, वहीं आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले में इसकी खुशी दोगुनी हो गई है। एक ओर हिंदुस्तान के इतिहास रचने की खुशी तो दूसरी ओर इसमें जिले के चंदिया में जन्मे और पले बढ़े वैज्ञानिक प्रियांशु मिश्रा का चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण में अहम किरदार निभाने से पूरा जिला गौरव महसूस कर रहा है। युवा वैज्ञानिक प्रियांशु मिश्रा चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण करने वाले लांच व्हीकल जीएसएलवी एमके 3 का निर्माण करने वाली टीम में शामिल थे।

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लांच व्हीकल के ट्रीजीट्री का डिजाइन प्रियांशु ने ही किया था। प्रियांशु वर्तमान में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र तिरुवनंतपुरम केरल में इंजीनियर साइंटिस्ट-ई के पद पर कार्यरत हैं। देश के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंद्रयान 2 की सफलता में प्रियांशु के योगदान को लेकर उसके मातपिता अन्यन्त गौरवान्वित हैं। प्रियांशु मिश्रा पढ़ाई में शुरुआत से ही अव्वल रहे हैं 2007 में गैट का इग्जाम क्लियर करने के बाद उन्होंने बीएटीआई मेसरा रांची में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग इन रॉकेट साइंस में गोल्ड मेडल हासिल किया और 2009 में ही इसरो में वैज्ञानिक के रूप में कार्य करने लगे।

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प्रियांशु मिश्रा को इसरो में कार्य के दौरान ही 2017 में यंग साइंटिस्ट का अवार्ड हासिल हुआ था।प्रियांशु इसके पूर्व चंद्रयान 1 के प्रक्षेपण में भी कार्य कर चुके हैं। चंद्रयान 2 की सफलता के बाद प्रियांशु इसरो के ही दूसरे मिशन गगन के सफलता पूर्वक प्रक्षेपण में जुट गए हैं। प्रियांशु के इस योगदान से पूरा जिला अभिभूत है, और उन्हें बधाईयां दे रहा है।

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