पोल्ट्री फॉर्म में पकड़े गए तेंदुए को किया गया आजाद, नौ दिन बाद उदंती के जंगलों में छोड़ा गया | leopard released captured from poultry form in raipur

पोल्ट्री फॉर्म में पकड़े गए तेंदुए को किया गया आजाद, नौ दिन बाद उदंती के जंगलों में छोड़ा गया

पोल्ट्री फॉर्म में पकड़े गए तेंदुए को किया गया आजाद, नौ दिन बाद उदंती के जंगलों में छोड़ा गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : March 17, 2019/5:05 am IST

रायपुर। शदाणी दरबार के पास से पकड़े गए तेंदुए को शनिवार देर रात वन्य जीव विशेषज्ञ एवं वन विभाग की टीम ने उदंती के घने जंगलों में आजाद किया। बीते 9 दिन से पिंजरे में कैद तेंदुए ने दरवाजा खुलते हैं जंगल में ऐसी छलांग लगाई के पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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गरियाबंद जिले का उदंती सीता नदी इलाका दुर्लभ वन्यजीवों के लिए आदर्श प्राकृतिक आवास बन सकता है यही कारण है कि समय-समय पर कई स्थानों में पकड़े गए तेंदुए उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में आजाद किए गए हैं। बीते 9 मार्च को रायपुर के शदाणी दरबार के पीछे स्थित एक पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ घुस गया था। तेंदुए को पकड़ने के लिए नंदनवन से वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर वर्मा को ताकीद की गई थी। फॉर्म लगाए गए पिंजरे में आखिरकार तेंदुए फंस गया, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए पहले नंदनवन लाया गया।

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यहां उपचार के बाद तेंदुए की स्थितियों को देखने पर पता चला कि यह तेंदुआ पूर्णता स्वस्थ था तथा जंगलों में अपने शिकार करने में सक्षम नजर आया, जिसके बाद वहां के अधिकारियों ने इसे छत्तीसगढ़ में किसी प्राकृतिक घने जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया। उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के इलाके में पर्याप्त पानी और रिहायशी इलाके से दूर होने के चलते इसे यहां छोड़ने का निर्णय अधिकारियों ने लिया। शनिवार शाम तेंदुए को लेकर डॉक्टर वर्मा गरियाबंद पहुंचे, यहां एसडीओ में मिलकर टाइगर रिजर्व की कागजी कार्रवाई पूरी कर तेंदुए को विशेष वाहन से उदंती के घने जंगलों की ओर ले जाया गया जहां रात्रि 12 बजे के करीब तेंदुए को आजाद कर दिया गया। पिंजरे का दरवाजा खुलते हैं घने जंगलों की ओर तेंदुए ने ऐसी छलांग लगाई की उसने पलट कर पिंजड़े की ओर देखा तक नहीं।