लोकसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए जवान से किसान तक तैयार! | Lok Sabha Elections 2019: From the young man to the farmers to fight elections against PM Modi!

लोकसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए जवान से किसान तक तैयार!

लोकसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए जवान से किसान तक तैयार!

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:52 PM IST, Published Date : April 1, 2019/7:05 am IST

वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सियासी हलचल अपने चरम पर है। राजनीतिक पार्टियों का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौरे जारी है, और सियासी घमासान इन दिनों सातवें आसमान पर है। कौन किसको मात देगा, इसका फैसला तो 23 मई को चुनाव आयोग की पोटली खुलने के बाद होगा, लेकिन सभी प्रत्याशी और सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का खूब बखान कर रही हैं।

ये भी पढ़ें:भारत के खाते में एक और बड़ी कामयाबी, एमिसैट उपग्रह किया गया लॉन्च

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए मैदान पर उतर चुके हैं। वहीं बीएसएफ का बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव रविवार को दावा किए हैं कि वह वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले हैं। दरअसल उनका कहना है कि, ‘नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करते हैं, लेकिन मैंने बीएसएफ में रहते हुए जब आवाज उठाई तो मुझे बर्खास्त कर दिया गया, और इसीलिए मै पीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया हूं’।

ये भी पढ़ें:दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने की बड़ी कार्रवाई, जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी फैयाज 

बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने खुद को असली चौकीदार बताया है। और कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि पैरामिलिट्री फोर्सेस के जवानों को शहीदों का दर्जा दिया जाएगा। और इसके साथ ही उन जवानों को पेंशन भी दी जाएगी। लेकिन अब मैं उनसे सवाल करुंगा। इसके साथ तेज बहादुर ने कहा कि मेरा पहला लक्ष्य भ्रष्टाचार का खत्मा और सुरक्षा बलों को मजबूती प्रदान करना होगा। इतना ही नहीं बर्खास्त जवान का ये भी कहना है कि, मै देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि आपने जो वादे किए थे, आज तक उस पर आपने क्या किया है? इसके साथ ही कहा कि, ये बराबर की लड़ाई है, ”एक तरफ आपके पास ‘असली चौकीदार’… और दूसरी तरफ आपके पास ‘नकली चौकीदार’ है।”

ये भी पढ़ें:पूर्व सांसद करुणा शुक्ला ने रमन को भेजा आईना, बेटे, दामाद और पत्नी पर साधा निशाना

वहीं दूसरी ओर आलम ये है कि, तमिलनाडु के 100 से अधिक किसान पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ये वहीं किसान हैं जो अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में कई दिनों तक प्रदर्शन कर चुके हैं। बता दें कि किसानों का ऐसा मानना है कि, ‘जैसे ही बीजेपी अपने घोषणा-पत्र में ये निश्चित कर देगी कि तमिलनाडु के किसानों की मांगें पूरी की जाएंगी, तो उसके बाद फौरन ये किसान मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का अपना फैसला वापस ले लेंगे। लेकिन उनका ये भी मानना है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे मोदी के खिलाफ चुनाव जरूर लड़ेंगे’।

लिहाजा 2019 किसके लिए Good year साबित होगा और इस लोकसभा चुनाव की जंग में क्या होगा इसके लिए 23 मई तक सबको इंतजार करना होगा। लेकिन 2019 के इस सियासी सफर में किसान से लेकर जवान तक कोई अपनी मांगें कर रहा है तो कोई पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर रहा है। वहीं पीएम मोदी ”मैं भी चौकीदार हूं” कैंपेन की शुरुआत किए हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ”मैं भी बेरोजगार हूं” का ऐलान कर रही है। सियासत की इस जंग में कौन होगा बादशाहत का असली हकदार इसके लिए 23 मई का करिए इंतजार।