रायपुर। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान राजनीतिक दल और प्रत्याशी प्रचार में सेना का उल्लेख नहीं कर सकेंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बुधवार को प्रदेश के सभी राजनैतिक दलों के अध्यक्षों और महासचिवों को पत्र जारी कर अपने राजनीतिक विज्ञापनों में भारतीय सेना के रक्षा कार्मिकों के फोटोग्राफ जारी नहीं करने के भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने कहा है।
आयोग ने फोटोग्राफ के साथ सेना की किसी भी गतिविधि का जिक्र चुनाव प्रचार एवं मतयाचना के दौरान नहीं करने के निर्देश राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों को दिए हैं। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों सहित स्थानीय दलों एवं प्रत्याशियों को अपने चुनाव प्रचार-प्रसार अथवा वोट मांगने के दौरान भारतीय सेना की गतिविधियों का जिक्र नहीं करने के संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र भेजा गया था।
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आयोग ने इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही राजनीतिक दल इसका उल्लेख करते आ रहे हैं। मप्र के इंदौर में एक बीजेपी नेता ने आचार संहिता लगने से पूर्व इस स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए राजनीतिक पोस्टर भी लगवा दिए थे।