रायगढ़ के रण में विधानसभा चुनाव के परिणाम दोहराएगी कांग्रेस या अपने किले को बचा लेगी बीजेपी? | Lok Sabha Elections 2019 :Raigarh lok sabha Constituency : BJP VS Congress

रायगढ़ के रण में विधानसभा चुनाव के परिणाम दोहराएगी कांग्रेस या अपने किले को बचा लेगी बीजेपी?

रायगढ़ के रण में विधानसभा चुनाव के परिणाम दोहराएगी कांग्रेस या अपने किले को बचा लेगी बीजेपी?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : April 22, 2019/8:59 am IST

रायपुर | छत्तीसगढ़ की रायगढ़ लोकसभा सीट पर 23 अप्रैल यानी तीसरे चरण में मतदान होना है। रायगढ़ के रण में मुख्य लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच है। ये लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है, पीछले 20 वर्षों से यहां भाजपा का ही कब्जा रहा है। रायगढ़ की लड़ाई बीजेपी के लिए नाक सवाल भी है, क्योंकि इस सीट से प्रधानमंत्री मोदी खुद बीजेपी की विजय संकल्प रैली का आगाज कर चुके हैं, साथ ही इस सीट से छत्तीसगढ़ के इकलौते केन्द्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय सांसद हैं, हालांकि भाजपा ने इसबार विष्णुदेव साय का टिकट काटते हुए महिला उम्मीदवार गोमती साय पर दांव खेला है।

विधानसभा चुनाव बीजेपी को झटका

नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की सभी आठ सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत महिला मतदाताओं के बल पर सुनिश्चित हुई है।विधानसभा चुनाव इस सीट पर महिला मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा के  35 साल के जादुई तिलस्म को भेदने का काम किया है, अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में भी अपने इस करिश्मे को बरकरार ऱखते हुए 20 साल बाद बीजेपी के गढ़ में विजय होने के इरादे से चुनावी मैदान में उतरी है।

रायगढ़ में पीछले तीन लोकसभा चुनाव

रायगढ़ : लोकसभा चुनाव 2014

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विष्णु देव साय ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपनी करीबी कांग्रेस प्रत्याशी आरती सिंह को हराया था। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विष्णु देव साय को 6 लाख 62 हजार 478 यानी 53.16 फीसदी और कांग्रेस की आरती सिंह को 4 लाख 45 हजार 728 यानी 35.77 फीसदी वोट मिले थे।

लोकसभा चुनाव 2009

साल 2009 की बात करें, तो उस बार भी भारतीय जनता पार्टी के टिकट से विष्णु देव साय ने चुनाव जीता था। उन्होंने 4 लाख 43 हजार 948 यानी 47.44 फीसदी वोट हासिल किए थे और कांग्रेस के हृदय राम राठिया को हराया था। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में राठिया को 1 लाख 49 हजार 111 यानी 41.47 फीसदी वोट मिले थे।

लोकसभा चुनाव 2004

साल 2004 के लोकसभा चुनाव में भी विष्णु देव साय ने जीत दर्ज की थी और कांग्रेस के रामपुकार को हराया था। साल 2004 के चुनाव में विष्णु देव साय को 3 लाख 29 हजार 057 वोट मिले थे, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंदी रामपुकार को 2 लाख 54 हजार 814 वोटों से संतोष करना पड़ा था।

भाजपा उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीजेपी ने गोमती साय (Gomti sai BJP ) प्रत्याशी बनाया है। जशपुर की सियासी जमीन कई सालों से प्रतिनिधित्व कर रही गोमती साय पहली बार रायगढ़ की जमीन में राजनीतिक मैदान में हैं। गोमती साय काफी लंबे अरसे से अपने गृह क्षेत्र जशपुर जिले के फरसाबहार से कभी जिला पंचायत सदस्य के रूप में, कभी जनपद सदस्य के रुप मे तो वर्तमान में जशपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में लगातार प्रतिनिधित्व कर रही हैं। रायगढ़ लोकसभा सीट पर गोमती के चयन के बाद रायगढ़ भाजपा का एक बड़ा खेमा और जशपुर राजमहल पूरी ताकत झोंकने को तैयार है।

कांग्रेस उम्मीदवार

कांग्रेस ने धर्मजयगढ़ सीट से विधायक लालजीत सिंह राठिया को रायगढ़ लोकसभा सीट से टिकट दिया है। लालजीत सिंह के पिता चनेश राम राठिया छत्तीसगढ़ के अलग होने से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक रहे चुके हैं।