कुपोषण और एनीमिया से मुक्ति के लिए मधुर गुड़ योजना, गुड़ वितरण में प्रति वर्ष खर्च होंगे 50 करोड़ | Madhur gud scheme for malnutrition and anemia

कुपोषण और एनीमिया से मुक्ति के लिए मधुर गुड़ योजना, गुड़ वितरण में प्रति वर्ष खर्च होंगे 50 करोड़

कुपोषण और एनीमिया से मुक्ति के लिए मधुर गुड़ योजना, गुड़ वितरण में प्रति वर्ष खर्च होंगे 50 करोड़

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:07 PM IST, Published Date : January 16, 2020/10:19 am IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप प्रदेश में शुरू किए गए कुपोषण अभियान में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए ‘मधुर गुड़ योजना’ शुरू की गई है। कुपोषण और एनीमिया मुक्ति में यह योजना काफी कारगर साबित होगा। मुख्यमंत्री बघेल की अध्यक्षता में तीन जुलाई 2019 को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में बस्तर संभाग के सातों जिलों में कुपोषण और एनीमिया से मुक्ति के लिए ‘मधुर गुड़ योजना’ शुरू करने का निर्णय लिया गया था। जगदलपुर के मिशन कम्पाउंड ग्राउण्ड में आयोजित समारोह में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने ‘मधुर गुड़ योजना‘ का शुभारंभ किया। इस योजना से बस्तर संभाग के 6 लाख 59 हजार से अधिक गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा। गुड़ वितरण योजना पर प्रति वर्ष 50 करोड़ रूपए खर्च किया जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को 17 रुपए प्रतिकिलो की दर से 2 किलो गुड़ प्रतिमाह दिया जाएगा।

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खाद्य मंत्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बस्तर क्षेत्र में गुड़ वितरण योजना कुपोषण मुक्ति के लिए शुरू की गई है। खाद्य मंत्री ने इस अवसर पर मधुर गुड़ तथा मलेरिया मुक्त बस्तर प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया और कहा कि खून की कमी और कुपोषण रोकने के लिए मलेरिया की रोकथाम बहुत जरूरी है। कुपोषण मुक्त और मलेरिया का रोकथाम अभियान छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण कदम है। भगत ने इस अवसर पर हितग्राहियों को मधुर गुड़ और एपीएल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड भी वितरित किया। भगत ने समारोह में नवनिर्वाचित महापौर, सभापति सहित सभी पार्षदों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

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बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं और बच्चों में कुपोषण दूर होने से परिवार और समाज मजबूत होगा और इससे मजबूत छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि सुपोषित और स्वस्थ छत्तीसगढ़ की कल्पना को साकार करने के लिए कुपोषित बच्चों के साथ ही किशोरी और गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन और पोषण आहार दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से गांव-गांव में पहुंचकर लोगों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सभी क्षेत्रों में विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

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उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि गरीब परिवारों को न्यूनतम दर पर चावल और गुड़ देने वाला पहला राज्य है। इसके साथ ही कुपोषण दूर करने के लिए स्कूल और आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडा देने का कार्य भी इस सरकार द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम को सांसद दीपक बैज, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने भी संबोधित किया और नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। नवनिर्वाचित महापौर मती सफीरा साहू ने स्वागत भाषण में अपनी प्राथमिकताएं बताई। आभार प्रदर्शन सभापति मती कविता साहू ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी, विधायक लखेश्वर बघेल, चंदन कश्यप, राजमन बेंजाम, पूर्व महापौर जतीन जायसवाल, खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, नगरीय प्रशासन सचिव निरंजन दास, कमिश्नर अमृत कुमार खलखो, पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

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