नवाजुद्दीन की मंटो के आगे शाहिद की बत्ती गुल .. | Manto Movie Review:

नवाजुद्दीन की मंटो के आगे शाहिद की बत्ती गुल ..

नवाजुद्दीन की मंटो के आगे शाहिद की बत्ती गुल ..

:   Modified Date:  December 4, 2022 / 12:02 AM IST, Published Date : December 4, 2022/12:02 am IST

इस वीक आपको बॉक्स ऑफिस पर दो फिल्में देखने मिलेगी। डायरेक्टर श्री नारायण सिंह की बत्ती गुल मीटर चालू और नंदिता दास की मंटो।हम सबसे पहले बात करते हैं फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू की जो बिजली के बिल की गंभीर समस्या पर बेस्ड है। फिल्म की कहानी उत्तराखंड के एक गांव की जहां तीन दोस्त सुंदर (दिवेंन्दु शर्मा ), सुशील शाहिद कपूर और नौटी (श्रद्धा कपूर) हैं एक तरफ इनकी लवस्टोरी चलती है तो दूसरी तरफ इनके शहर के लोग बिजली की समस्या से जूझ रहे है। 

इसी बीच सुंदर लोन लेकर अपनी एक कंपनी खोलता है अब उसकी कंपनी में ज्यादा समय बिजली गुल रहती है लेकिन फिर भी मीटर चलता रहता है और बिल आता है 54 लाख का वो अपनी समस्या के लिए बिजली विभाग के चक्कर लगाता है लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं होती आखिरकार सुंदर थक हारकर आत्महत्या कर लेता है और बस यहां से सुशील और नौटी अपने दोस्त को इंसाफ दिलाने के लिए लग जाते हैं और यहां शुरू होता है कोर्ट रूम का ड्रामा जिसे देखकर आपको भी अपने घर पर आए मोटे मोट बिजली बिल की याद जरूर आएगी और विकास के नाम पर आम जनता को कुछ नहीं मिला जैसी फिलिंग जागेगी। फिल्म की कहानी की शुरूआत थोड़ी बोरिंग है कंसेप्ट अच्छा है कहानी और बेहतरीन हो सकती है तथ्य तोड़े कम हैं लेकिन शाहिद कपूर श्रद्धा कपूर और दिवेंन्दु की एक्टिंग शानदार है। इंटरवल के बाद फिल्म आपको बांधे रख सकती है बस आपको इंटरवल के पहले फिल्म झेलनी पड़ेगी हीं अगर आप शाहिद कपूर के फैन हैं तो आप फिल्म देख सकते है। 

मेरी तरफ से फिल्म को 5/2.5 स्टार

 

अब बात करते हैं निर्देशक नंदिता दास की फिल्म मंटो की जो की पहले ही इंटरनेशनल  प्लेटफार्म पर सफलता प्राप्त कर चुकी है मसाला फिल्मों से दूर ये एक गंभीर फिल्म है अगर आपने सआदत हसन मंटो को पढ़ा और समझा है तो आपको ये फिल्म खूब पसंद आएगी….क्योंकि वो 1945 के दौरान अपनी लेखनी के चलते काफी विवादों में रहे लेकिन अगर आप उनके बारे में जानना चाहते हैं तो भी आप ये फिल्म देख सकते हैं.फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हसन मंटो का रोल प्ले किया है और उन्हें देखकर आप एक बार फिर हैरान रह जाएंगे मंटो के किरदार को नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने जीवंत कर दिया है और फिल्म देखकर आपको 40 के दशक की याद आएगी, फिल्म की कहानी में भारत पाकिस्तान के बंटवारे का दर्द भी दिखने को मिलेगा। 

जहां मंटो बंटवारे के बाद अपनी कहानी ‘ठंडा गोश्त’ को लेकर केस में फंस जाते हैं उन पर अपनी लेखनी के जरिए अश्लीलता फैलाने का आरोप लगता है जिसके लिए वो लड़ रहे हैं उन्हें समाज साहित्यकार नहीं मानता उनकी लेखनी को लेकर हमेशा आघात किए जाते हैं और वो उसके कैसे निपटते हैं ये फिल्म देखने में पता चलेगा। फिल्म के सभी कलाकारों ने शानदार काम किया है और आप नवाजुद्दीन की एक्टिंग देखकर इंप्रेस हो  जाएंगे 

मेरी तऱफ से 5/3 स्टार

वेब डेस्क IBC24

 
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