नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने घाटी में जारी ऑपरेशन ऑलआउट को बंद कर आतंकियों से बातचीत करने की पैरवी की है। मुफ्ती ने आतंकियों को माटी पुत्र बताया है। उन्होंने कहा है कि स्थानीय आतंकवादी कश्मीर की मिट्टी के बच्चे हैं। हमारी कोशिश उन्हें बचाने की होनी चाहिए। महबूबा मुफ्ती का ये बयान उस समय है जब जेएनयू प्रकरण पर चार्जशीट दाखिल हुआ है। भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने कहा है कि ये सारा खेल बीजेपी का है। 2019 चुनाव के लिए सरकार लोगों को मोहरा बना रही है।
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मुफ्ती ने अफजल गुरू के फांसी को भी बेवजह का फैसला बताया। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव से पहले इसी तरह कांग्रेस ने अफजल गुरु को फांसी दी थी। कांग्रेस ने सोचा था कि शायद इसी तरह से उनको कामयाबी मिलेगी। आज बीजेपी वही दोहरा रही है। आज उन्होंने कन्हैया, उमर खालिद के अलावा जम्मू-कश्मीर के 7-8 स्टूडेंट्स के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
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पीडीपी अध्यक्ष ने दाखिल चार्जशीट को गलत करार देते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया। महबूबा मुफ्ती इससे पहले भी कई बार स्थानीय आतंकवादियों का पक्ष लेते हुए ऑपरेशन ऑलआउट पर सवाल उठाती रही हैं। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने कई बार आतंकवादियों को मारने का खुलकर विरोध किया था।