आज सुबह से ही संघ प्रमुख मोहन भागवत के सेना पर कहे गए बयान पर भूचाल आया था। जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपने ट्विटर के माध्यम से उन पर हमला बोला था। रअसल हुआ ये की एक तरफ सेना जहा दुश्मनों से लोहा लेने की तैयारी में है.जम्मू कश्मीर में लगातार सेना अपना काम कर रही है और लगातार उनपर हमले भी हो रहे हैं उसी बात को लेकर आज मोहन भागवत ने अपने भाषण में कह दिया कि जहां सेना को तैयार होने में 6 महीने लगते हैं वही संघ को अपनी सेना तैयार करने में मात्र तीन दिन लगते हैं।
Jammu & Kashmir: Security personnel console family members of Subedar Madan Lal Choudhary who lost his life in #SunjwanArmyCamp terrorist attack. pic.twitter.com/LQfhHEK0aJ
— ANI (@ANI) February 12, 2018
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर कांग्रेस उनसे बेहद नाराज़ है जिस पर राहुल गांधी ने कहा कि भागवत का यह बयान देश और शहीदों का अपमान है।ज्यादा बवाल बढ़ते देख भागवत के बयान पर संघ की भी सफाई आई है। संघ ने कहा कि भागवत के बयान को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है। बता दें कि संघ प्रमुख ने रविवार को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो देश के लिए लड़ने के खातिर आरएसएस के पास तीन दिन के भीतर ‘सेना’ तैयार करने की क्षमता है।
Jo Mohan Bhagwat ji ka bayan hai, wo bilkul galat hai. Hamare jo jawan apna khoon dete hain, border par ladte hai, unke baare mein Mohan Bhagwat Ji ne jo bola hai, bilkul galat hai. Unko maafi maangni chahiye: Rahul Gandhi on Mohan Bhagwat’s statement pic.twitter.com/8VVERqB2mP
— ANI (@ANI) February 12, 2018
राहुल ने सोमवार को भागवत के बयान की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘आरएसएस चीफ का यह बयान हर भारतीय का अपमान है, क्योंकि उन्होंने देश के लिए जान देने वालों का असम्मान किया है। यह देश के झंडे का भी अपमान है, क्योंकि तिरंगे को सलाम करने वाले सैनिकों का अपमान किया गया है। भागवत को सेना और शहीदों का अपमान करने के लिए शर्म आनी चाहिए।
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दूसरी तरफ संघ ने भागवत के बयान पर सफाई दी है। संघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘मोहन भागवत भारतीय सेना की तुलना आरएसएस से नहीं कर रहे थे। हकीकत में उन्होंने कहा था कि आर्मी अपने जवानों को तैयार करने में 6 महीने का समय लेती है। अगर आरएसएस ट्रेनिंग दे तो सैनिक 3 दिन में स्वयंसेवक भी बन सकते हैं।’ सेना से तुलना के कारण सोशल मीडिया पर भागवत की काफी आलोचना हो रही थी।
“मोहन भागवत जी के वक्तव्य को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है “।डॉ. मनमोहन वैद्य , अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख द्वारा प्रेस वक्तव्य https://t.co/XoQ75mJMYm ;
सेना, समाज और स्वयंसेवक के सन्दर्भ में मोहनजी ने जो कहा, वह यहाँ है https://t.co/0TAvSjs2Dh— RSS (@RSSorg) February 12, 2018
बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख ने कहा था, ‘यह हमारी क्षमता है पर हम सैन्य संगठन नहीं, पारिवारिक संगठन हैं लेकिन संघ में सेना जैसा अनुशासन है। अगर कभी देश को जरूरत हो और संविधान इजाजत दे तो स्वयं सेवक मोर्चा संभाल लेंगे। देश की विपदा में स्वयंसेवक हर वक्त मौजूद रहते हैं। उन्होंने भारत-चीन के युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि जब चीन ने हमला किया था तो उस समय संघ के स्वयंसेवक सीमा पर सेना के आने तक डटे रहे.
वेब टीम IBC24
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