छत्तीसगढ़ के 19 हजार 216 क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 2 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक, सभी सेंटरों में मूलभूत सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था | More Than 2 Lakh Migrate Labor live at 19216 Quarantine Centers in Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के 19 हजार 216 क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 2 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक, सभी सेंटरों में मूलभूत सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था

छत्तीसगढ़ के 19 हजार 216 क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 2 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक, सभी सेंटरों में मूलभूत सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : May 28, 2020/3:29 pm IST

रायपुर: कोरोना संक्रमण एवं लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ लौटे श्रमिकों के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक उन्हें ठहराने एवं उनके भोजन, पेयजल आदि के निःशुल्क व्यवस्था के लिए कुल 19 हजार 216 क्वारेंटाइन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। इन क्वारेंटाइन सेंटरों में वर्तमान में 2 लाख 3 हजार 581 श्रमिक एवं परिवार के लोग ठहरे हुए हैं। राज्य में स्थापित क्वारेंटीन सेंटरों की कुल क्षमता 7 लाख 6 हजार 416 है।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे श्रमिकों के भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि का बेहतर प्रबंध प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया गया है। क्वारेंटाइन सेंटर में मनोरंजन के लिए टीवी, रेडियो की व्यवस्था के साथ ही वहां योगा एवं खेलकूद की गतिविधियां भी संचालित की जा रही है। कई क्वारेंटीन सेंटर में श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए स्थानीय शिक्षित युवाओं के सहयोग से कक्षाएं भी संचालित की जा रही हैं।

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लाॅकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए ग्राम पंचायतों में क्वारेंटाइन सेंटर बस्ती से दूर सार्वजनिक भवनों, ग्राम पंचायतों, शालाओं, आश्रमों एवं छात्रावासों में स्थापित किए गए हैं, जहां प्रशासन द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए चाय, नाश्ता, भोजन के प्रबंध के साथ ही प्रकाश, पंखा, शौचालय आदि की सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी क्वारेंटाईन सेंटरों में आने वाले श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्क्रीनिंग की जा रही है। मेडिकल टीम के द्वारा उनके स्वास्थ्य पर सतत् निगरानी रखी जा रही है। ऐसे श्रमिक रेड जोन से आ रहे हैं, उनकी रैपिड किट से जांच की जा रही है। इसके अलावा आरेंज जोन से लौटे मजदूर जिन्हें सर्दी, जुकाम या खांसी है, उनकी भी जांच की जा रही है। यदि सेंटर में कोई बीमार पड़ता है, तो उसे अलग से कमरे में ठहराने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल के आईशोलेसन वार्ड में रखे जाने की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा हैै। क्वारेंटाइन सेंटरों में मानसिक तनाव एवं मनोविकार से ग्रसित लोगों की काउंसलिंग की भी व्यवस्था की गई है। क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे ऐसे श्रमिक, जो उच्च रक्तचाप, मधुमेह से पीड़ित हैं, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। क्वारेंटाइन सेंटर में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपायों का विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है।

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सभी क्वारेंटाईन सेंटरों में बाहरी लोगों एवं श्रमिकों के परिजनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। सेंटरों में लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए बेरिकेटिंग भी की गई है। क्वारेंटाइन सेंटरों की नियमित साफ-सफाई तथा श्रमिकों के चाय, नाश्ते एवं भोजन का निःशुल्क प्रबंध किया गया है।

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