जबलपुर। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख पास आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी गहमा गहमी के साथ एक दूसरे के खिलाफ शिकायतें भी बढ़ने लगी है। राजनीति में गठबंधन की सबसे पुरानी जोड़ी मानी जाने वाली शिवसेना और बीजेपी ने एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा। वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव में एक दूसरे के दुश्मन बन बैठे है। जबलपुर में कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ रहे शिवसेना प्रत्याशी सुनील तिवारी उर्फ कन्हैया ने कैंट के बीजेपी प्रत्याशी अशोक रोहाणी पर नामांकन में एक करोड़ दस लाख रुपये की संपति छिपाने के आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत जिला निर्वाचन कार्यालय में रिटर्निंग अधिकारी से की है।
कन्हैया तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि अशोक रोहाणी ने नामांकन दाखिल करने के समय जो अपनी संपत्ति का ब्यौरा निर्वाचन विभाग को सौपा है, वह पूरी तरह से गलत है, जिसे उन्होंने अपने शपथपत्र में छिपाने का काम किया है। कन्हैया की माने तो अशोक रोहाणी ने 2010 में करीब 1 करोड़ 10 लाख की संपत्ति खरीदी थी, जिसका मामला अदालत में भी है। उस संपत्ति का उल्लेख अशोक रोहाणी ने अपने शपथ पत्र में कहीं नहीं किया है। यह कानूनी तौर पर अपराध की श्रेणी में आता है।
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इस आधार पर उन्होंने अशोक रोहाणी के खिलाफ मामला दर्ज करने सहित उनके नामांकन को खारिज करने की मांग की है। शिव सेना प्रत्याशी कन्हैया तिवारी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए रिटर्निंग अधिकारी ने नोटिस जारी कर बीजेपी उम्मीदवार अशोक रोहाणी से जबाव मांगा है। माना जा रहा है कि अगर अशोक रोहाणी संतोषजनक जवाब रिटर्निंग अधिकारी को नहीं देते है तो उनका नामांकन भी निरस्त हो सकता है।