MP Ki Baat: बदलाव...नया साल, नया चेहरा! आखिर क्या है इस नई नियुक्ति के मायने? | MP Ki Baat: Change ... New Year, New Face! What does this new appointment mean?

MP Ki Baat: बदलाव…नया साल, नया चेहरा! आखिर क्या है इस नई नियुक्ति के मायने?

MP Ki Baat: बदलाव...नया साल, नया चेहरा! आखिर क्या है इस नई नियुक्ति के मायने?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : January 1, 2021/5:23 pm IST

भोपाल: साल 2021 के पहले दिन बात करेंगे बदलाव की। भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में कुछ नेताओँ की जिम्मेदारियों में परिवर्तन किया है। कुछ नए प्रभार दिए हैं। राष्ट्रीय सब संगठन मंहामंत्री शिव प्रकाश अब मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के प्रभारी बनाए गए हैं। बड़ी बात ये है कि शिवप्रकाश का बेस कैंप भोपाल में होगा। यानि मध्यप्रदेश की राजधानी भाजपा संगठन की गतिविधियों का अहम केंद्र बन सकता है। आखिर क्या है इस नई नियुक्ति के मायने? क्या है इस परिवर्तन का आधार और इससे कितना फर्क पड़ेगा प्रदेश भाजपा की पॉलिटिक्स पर?

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नया साल, नई उम्मीदें और नया बदलाव लेकर आता है। एमपी में सत्ताधारी बीजेपी के लिए 2021 भी बदलाव लेकर आया है। 2020 के आखिरी दिन बड़े बदलाव करते हुए संगठन के तीन नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई, इसके तहत राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश को मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल का भी प्रभार सौंपा गया। खास बात ये है कि शिव प्रकाश का बैस कैंप भोपाल होगा। संगठन में बदलाव का स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि उनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।

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बीजेपी के नए सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश की भूमिका आरएसएस और बीजेपी के बीच समन्वय की रहेगी, उन्हें 6 राज्यों की जिम्मेदारी दी गई है। शिव प्रकाश को मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी देकर राज्य में बड़े बदलाव के संकेत जरूर मिल रहे हैं। क्योंकि बीजेपी राष्ट्रीय नेतृत्व ने पिछले 10 महीने में चार ऐसे बड़े फैसले लेकर संकेत दे चुका है कि अब सरकार और संगठन में संघ का दखल होगा। पहले फरवरी में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की जगह संघ प्रचारक वीडी शर्मा की नियुक्ति हुई। इसके बाद प्रदेश के पांच महामंत्री, भगवान दास सबनानी, कविता पाटीदार, शरतेन्दु तिवारी और रणवीर सिंह रावत की नियुक्ति का आदेश भी दिल्ली से ही किया गया था। इसके बाद विनय सहस्त्रबुद्धे के स्थान पर संघ पृष्टभूमि पर मुरलीधर राव को प्रदेश प्रभारी बनाकर मध्य प्रदेश भेजा गया और अब राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश को एमपी की जिम्मेदारी। हालांकि विपक्ष इसे बीजेपी में गुटबाजी से जोड़कर देख रहा है।

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जाहिर तौर पर शिवप्रकाश का भोपाल में बेस कैंप होने से बीजेपी को निकाय चुनाव में फायदा मिलेगा, क्योंकि शिव प्रकाश उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के अलावा निकाय चुनाव में संगठनात्मक ढांचे का बेहतर तरीके से उपयोग में अहम भूमिका निभा चुके हैं। शिवप्रकाश के मध्य प्रदेश में आने से अब संगठन का दखल सरकार में भी बढ़ेगा। सूत्रों के मुताबिक सरकार के कामकाज की निगरानी संगठन करे इसलिए संघ प्रचारकों को एक एक बाद बीजेपी संगठन में दाखिल कराया जा रहा है।

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