जबलपुर: लॉक डाउन के दौरान निजामुद्दीन के मरकज में शामिल देशभर के अलग-अलग हिस्सों में छिप कर रह रहे लोगों को लेकर पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस मामले को लेकर सांसद राकेश सिंह ने बड़ा बयान दिया है। राकेश सिंह ने कहा है कि बड़ी चूक हुई है, जिसके दुष्परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगा। ये नहीं होना चाहिए था, जो लोग वहां गए थे उन्हें सामने आकर प्रशासन को बताना चाहिए था। क्योंकि ये चूक का अपने आप में जीता जागता उदाहरण है। हमको इस बात को समझना चाहिए कि बीमारी जाति, धर्म और सम्प्रदाय देखकर नहीं आती है। चूक करने वाले लोग अपनी जान के साथ समाज के लोगों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं।
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गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए मध्यप्रदेश के सभी 107 लोगों की पहचान कर ली गई है और इन लोगों को क्वरंटीन किया गया है। वहीं, कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों को आइसोलेट किया गया है। इन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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तबलीगी जमात में करीब 2000 से अधिक लोग शामिल हुए थे, जो न सिर्फ देश के अलग-अलग राज्य के थे, बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत विदेशों के भी थे। मरकज से लोगों को निकालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी और करीब 36 घंटे के ऑपरेशन के बाद 2,361 लोगों को वहां से निकाला गया।
मंगलवार को मरकज का मामला सामने आने के बाद देश में मरीजें की संख्या में इजाफा देखने को मिला। बहरहाल, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निजामुद्दीन (पश्चिम) के तबलीगी- ए-जमात के मरकज को पूरी तरह खाली करा लिया गया और मरकज़ से निकाले गए 2,361 लोगों में से 617 अस्पताल में भर्ती हैं और बाकियों को क्वारंटाइन रखा गया है। अब तक निजामुद्दीन मरकज से निकाले गए लोगों में कोरोना वायरस पॉजिटिव लोगों की संख्या 93 हो गई है।
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