बिलासपुर। बहुचर्चित नान घोटाला मामले में दायर की गई अलग-अलग 5 जनहित याचिकाओं पर हाईकोर्ट चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच में एक बार फिर टल गई है। सुनवाई के लिए कोर्ट ने अगली तारीख 11 फरवरी 2019 तय की है। बता दें कि प्रदेश भर में नागरिक आपूर्ति निगम में करोड़ों का घोटाला हुआ था। इसमें कई बड़े अधिकारी और अन्य शामिल थे। मामले में तकरीबन 27 लोगों को आरोपी बनाया गया था। उसके बाद कुछ आरोपियों को छोड़ भी दिया गया। मामले में हमर संगवारी संस्था, अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव, वीरेंद्र पांडे, वशिष्ठ नारायण और अन्य ने हाईकोर्ट चीफ जस्टिस के डिवीजन बेंच में जनहित याचिका दायर की थी।
याचिका में मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय या स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए। लंबे समय से मामले में सुनवाई चलने के बाद हाईकोर्ट से मामला खारिज सुप्रीमकोर्ट ले जाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई को हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया। हाईकोर्ट के सिंगल बैंच के बाद मामला डिवीजन बैंच में सुना जाना था। वह भी टलता गया।
यह भी पढ़ें : श्रीलंका की सर्वोच्च अदालत का राष्ट्रपति सिरीसेना को झटका, कहा- संसद भंग करने का फैसला असंवैधानिक
इसके बाद आज के सुनवाई के पहले भी सभी याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ताओं ने मामले की सुनवाई सहमति बनाकर एक ही दिन करने हाईकोर्ट से निवेदन किया था। सभी अधिवक्ताओं के निवेदन को हाईकोर्ट ने स्वीकार कर 25 सितंबर के तारीख सुनवाई के लिए तय की थी, जिसमें दिनभर सुनवाई होनी था, लेकिन किसी कारण वश 25 सितंबर को सुनवाई टल गई। इसके बाद आज सुनवाई होनी थी लेकिन यह एक फिर टल गई। अब मामले में अगली सुनवाई 11 फरवरी को तय की गई है।
पहले चरण में इन सीटों पर फसा पेंच | भाजपा…
4 hours ago