नक्सलियों को परास्त करने बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, विधायकों और प्रत्याशियों की सुरक्षा से अब कोई समझौता नहीं | naxal alert in balrampur

नक्सलियों को परास्त करने बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, विधायकों और प्रत्याशियों की सुरक्षा से अब कोई समझौता नहीं

नक्सलियों को परास्त करने बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, विधायकों और प्रत्याशियों की सुरक्षा से अब कोई समझौता नहीं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : April 13, 2019/6:28 am IST

बलरामपुर। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बस्तर में भाजपा विधायक भीमा मंडावी के उपर हुए नक्सली हमले और उनकी मौत के बाद बलरामपुर जिले में पुलिस विभाग अलर्ट हो गई है। जिले के सरहदी क्षेत्रों में नक्सलियों के आमद रफ्त को रोकने के लिए सर्चिंग बढा दी गई है और सीआरपीएफ के साथ सीएएफ और डीएफ की संयुक्त टीम लगातार इलाके की सर्चिंग में जुट गई है।सरहदों की सर्चिंग के अलावा पुलिस विभाग विधायकों और प्रत्यासियों की सुरक्षा से भी कोई समझौता नहीं करना चाह रही है।
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इस दौरान वीआईपी और वीवीआईपी के दौरे की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस विभाग अलर्ट हो जा रही है और एसडीओपी रैंक के अधिकारियों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है।इसके लिए क्षेत्र में प्रचार प्रसार के दौरान भी विधायक और अन्य वीआईपी नेताओं की सुरक्षा को दोगुना कर दिया गया है। उनके आवागमन के दौरान,सभा के दौरान और अन्य गतिविधीयों में पूरी सुरक्षा दी जा रही है।पुलिस अधीक्षक ने बताया की बस्तर में हुए घटना के बाद वरिष्ठ कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद ऐसा किया गया हैे और एडिसनएल एसपी रैंक के अधिकारी को इसका नोडल बनाया गया है। वीआईपी की सुरक्षा के इनके ही जिम्मे में है।सभा के बाद विधायक या प्रत्यासी बलरामपुर जिले में अगर रात में रुक रहे हैं तो इसके लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। ठहरने के स्थान की अच्छे से रेकी करने और ठहरने वाले वीआईपी को उनके मिले अनुसार श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के बाद ही उन्हें ठहराया जा रहा है।
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वहीं पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा बढाए जाने से विधायक और प्रत्यासी भी संतुष्ट हैं और उनकी मानें तो उन्हें जितनी सुरक्षा मिलनी चाहिए वो मिल रही है।विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा की कभी कभी जनप्रतिनिधीयों की लापरवाही के कारण ही ऐसे हादसे होते हैं पुलिस की सुरक्षा बेहतर है।
.टी.आर.कोसिमा,एसपी बलरामपुर का कहना है कि घटना के बाद वरिष्ठ कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।सुरक्षा दोगुनी कर दी गईे है।अलग अलग जगहों के एसडीओपी को नोडल बनाया गया है और जिला लेबल पर एडिसनल एसपी को इसका जिम्मा सौंपा गया है।आवागमन के दौरान,सभा के दौरान और अन्य गतिविधीयों में पूरी सुरक्षा दी जा रही है।

 
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