जगदलपुर। प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) केंद्रीय समिति के एक प्रमुख सदस्य ने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक एम महेंदर रेड्डी के समक्ष अपनी पत्नी के साथ बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया। रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि सुधाकर और उसकी पत्नी ने संगठन में चल रही गलत परंपराओं और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण यह मार्ग त्याग दिया है और अब वे समाज की मुख्यधारा से जुड़कर जीवनयापन करेंगे।
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सुधाकर पर झारखंड क्षेत्र में सवा करोड़ रुपये का इनाम है, जबकि तेलंगाना क्षेत्र में उस पर 25 लाख रुपये का इनाम है। उसकी पत्नी पर दस लाख रुपये का इनाम है। डीजीपी ने कहा कि सुधाकर के मुताबिक शीर्ष नेताओं के बीच अंदरूनी मतभेद हैं और स्थानीय आदिवासी नेताओं और तेलंगाना के नेताओं के बीच भी मतभेद हैं।डीजीपी ने कहा कि सुधाकर के आत्मसमर्पण के बाद भाकपा केंद्रीय समिति में 20 सदस्य हैं, पोलित ब्यूरो में सात सदस्य और केंद्रीय सैन्य आयोग में चार सदस्य बच गए हैं। सुधाकर ने यह भी कहा कि माओवादी के कामकाज के स्तर में तेजी से गिरावट आने के बाद काफी संख्या में कैडर के लोग चरमपंथ छोड़ने के इच्छुक हैं।