बलरामपुर। जनपद पंचायत संकरगढ को जिले का सबसे बडा जनपद पंचायत का दर्जा प्राप्त है। 11 दिसम्बर 2015 को सीएम का दौरा कार्यक्रम था और उसी दौरान संकरगढ को ओडीएफ घोषित भी कर दिया गया। सभी ने एक दूसरे की पीठ भी थपथपाई लेकिन कुछ ही दिनों में सच्चाई सामने आ गयी कि गांव में शौचालय बना ही नहीं है सिर्फ कागजों में शौचालय का निर्माण कर दिया गया है।
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पूरे तीन साल बाद जब हमारी टीम संकरगढ जनपद पंचायत के शौचालयों की स्थिति जानने गयी तो पता चला गांव में अभी भी अधूरे शौचालय बने हैं और जो बने हुए थे उनकी सीट उखड़ चुकी है और दरवाजे किसी और काम के नहीं और उसके बाद भी संकरगढ को ओडीएफ का प्रमाण पत्र प्राप्त है।
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शौचालय की ये हालत से ग्रामीण बेहद परेशान हैं।पूरे जनपद की बात की जाए तो यहां जितने भी शौचालय बने हैं उसका उपयोग नहीं हो रहा है और प्रत्येक गांव में ज्यादातर शौचालय अधूरे पडे हुए हैं और जो बने हैं उसमें या तो दरवाजा नहीं है या फिर गड्ढा ही नहीं किया गया है,और तो और जहां गड्ढे हैं उसे ढंका ही नहीं है।ग्रामीण आज भी बाहर ही जाने को मजबूर हैं।और शौचालय सिर्फ नाम का है।