रायपुर। 16 जनवरी को छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है, इस एक दिवसीय सत्र का बीजेपी विधायक दल विरोध कर रहे हैं। इसी संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष, धरमलाल कौशिक, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा जैसे तमाम नेता राज्यपाल से मुलाकात की। उनका कहना है कि सरकार छत्तीसगढ़ विधानसभा की परंपराओं को तोड़ रही है, 1 दिन के सत्र में उसी दिन कृतज्ञता प्रस्ताव है, 126वें विधानसभा संशोधन, जिसमें 10 साल के आरक्षण की अवधि बढ़ाई जानी है… उसका अनुमोदन भी है, अनुमोदन के बात अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।
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बीजेपी विधायक दल को इसी पर आपत्ति है कि संशोधन देना विपक्ष का अधिकार है, लेकिन उसी दिन संशोधन देना संभव नहीं होगा। क्योंकि संशोधन सचिवालय जाता है, सचिवालय परीक्षण के बाद सदस्यों को वितरित होता है। फिर कार्य मंत्रणा समिति या अध्यक्ष चर्चा के लिए समय तय करते हैं। एक-एक दिन में यह होना संभव नहीं है।
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भाजपा विधायक दल का कहना है कि अनुमोदन में सर्वसम्मति देने को तैयार है लेकिन सरकार को इतनी जल्दी बाजी क्यों कर रही है। इधर एक भाजपा का एक दल ने विधानसभा अध्यक्ष से भी मिलकर आपत्ति जताई है।