सेहत डेस्क। अर्थराइटिस के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और इसकी चपेट में युवावर्ग सबसे अधिक आ रहा है। अर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या ज्यादातर उम्रदराज लोगों को होता है, लेकिन आज युवाओं और यहां तक कि बच्चों में भी इसके लक्षण देखे जा रहे हैं। आम तौर पर हमें अर्थराइटिस के एक या दो प्रकार के बारे में ही जानकारी होती है। लेकिन एक्सपर्ट बताते हैं कि यह 100 से ज्यादा प्रकार के होते हैं। अर्थराइटिस के दो प्रमुख प्रकार होते हैं। ऑस्टियो अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस
आइए जानते हैं ऑस्टियो अर्थराइटिस के लक्षण
जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन।
-जोड़ों को हिलाने पर दर्द और बढ़ जाता है.
– जोड़ों में तिरछापना।
– रात में सोते वक्त जोड़ों में दर्द होना।
– कुछ देर आराम करके उठने के बाद जोड़ों में दर्द होना।
– हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
– चलने में जोड़ों से आवाज आना.
– हड्डियां टूटने की आशंका बढ़ जाती है.
अब जानते हैं रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में जो धीरे -धीरे प्रवेश करती है लेकिन इसके परिणाम घातक होते हैं।
– शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही शरीर के टिश्यू पर हमला करने लगती है
– जोड़ों की परत को नुकसान होता है
– जोड़ों में दर्द और सूजन आने लगती है
– हड्डियों में घिसाव या विकृति होने लगती है
– सूजन से शरीर के दूसरे भागों को भी नुकसान होता है
– समस्या गंभीर होने पर विकलांगता के शिकार भी हो सकते हैं
– शरीर के दोनों तरफ के जोड़ एक साथ प्रभावित होते हैं
– त्वचा, आंखें, फेफड़े, हृदय, खून या नसों को भी कर सकता है प्रभावित
रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षण
– जोड़ों में दर्द, सूजन, अकड़न
– शरीर के दूसरे भागों में भी आ सकती है सूजन
– हाथों और पैरों के छोटे-छोटे जोड़ होते हैं प्रभावित
– सुबह या काफी देर आराम के बाद दर्द ज्यादा होता है
– मुट्ठी बंद करने में समस्या होती है
– त्वचा लाल हो जाती है और छूने पर दर्द होता है
– थकान और एनर्जी में कमी महसूस होना
– बुखार और पसीना ज्यादा आना
– भूख कम लगना
– वजन घटना
– आंखों में सूखापन
– सीने में भी हो सकता है दर्द
रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण
– उम्र के साथ रोग की आशंका बढ़ती है
– 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग प्रभावित ज्यादा
– जिन महिलाओँ ने बच्चे को जन्म न दिया हो
– सिगरेट और मोटापा
रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव
– शरीर का वजन कम करें
– कोलेस्ट्रॉल घटाएं
– धूम्रपान न करें
– रोजाना वॉक, व्यायाम, योग करें
– स्वीमिंग बेहतर विकल्प
सोरियाटिक अर्थराइटिस
– ये गठिया का ही एक रूप है
– शुरुआती समस्या स्किन में होती है
– कई केस में 10 से 15 सालों बाद पता चल पाता है
– समय पर इलाज न कराने पर जोड़ मुड़ जाते हैं
सोरियाटिक अर्थराइटिस के लक्षण
– हाथों और पैर की उंगलियों में सूजन
– हाथ, पैर, घुटनों, एड़ियों में दर्द
– कमर के निचले हिस्से में दर्द
– हड्डियों में दर्द के साथ जलन होना
– त्वचा में धीर-धीरे परिवर्तन
– नाखूनों के पैटर्न में बदलाव
एंकिलॉजिंग स्पोंडिलाइटिस
– ये समस्या पुरुषों में ज्यादा होती है
– 10 से 45 साल में पुरुषों में समस्या ज्यादा
– रीढ़ की हड्डी में होती है समस्या
– उठने-बैठने में होती है काफी परेशानी
एंकिलॉजिंग स्पोंडिलाइटिस के लक्षण
– पीठ में तेज दर्द
– काम के साथ-साथ दर्द धीरे-धीरे गायब होता जाता है
– बैठने- लेटने में होता है दर्द
– धीर-धीरे पूरी रीढ़ की हड्डी प्रभावित हो जाती है
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2 weeks ago