बाजार में बिक रहा प्लास्टिक का चावल, रहें सावधान | Plastic rice sold in the market, be careful

बाजार में बिक रहा प्लास्टिक का चावल, रहें सावधान

बाजार में बिक रहा प्लास्टिक का चावल, रहें सावधान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:45 PM IST, Published Date : June 16, 2017/4:55 pm IST

 

आज आईबीसी 24 की टीम ने पता लगाया की 2 तरह के चावल लेकर उसे पकवया ओर दोनो के कई प्रकार के गोले बनाकर उसे हवा में उछालकर देखा तो स्थानीय किसान का चावल कम उछल रहा था और 2-3 बार पटकने पर वह फट जा रहा था बाजार से खरीदा हुआ चावल ज्यादा पालिस वाला चावल प्लास्टीक सा दिखने वाला पकने के बाद गेंद की तरह उछल रहा था एवं बाजार की चावल को हाथों में लगे चावल को धूलाई के समय ज्यादा समय लग रहा था। चावल के कच्चे पक्के संेपल स्थानीय फूट इंस्पेक्टर चंन्द्रशेखर वर्मा स्थानीय तहसीलदार टी आर महेश्वरी एवं जनप्रतिनिधीयों के सामने इसका खूलासा किया गया सभी ने इसका समर्थन किया बाजार के चावल में किसी प्रकार का कोई मिलावट है। इसकी अधिकारीयों ने कहा कि इसकी जांच की जावेंगी। वहां पर उपस्थित जन प्रतिनिधीयों ने अपनी बात रखी इधर केवल सोशल मीडिया के जरिये प्लास्टिक चावल बिके जाने की खबर सुनते-देखते रहे. लेकिन, अब यहां के बाजार मंे प्लास्टिक के चावन पहुंच चुके हैं.

हालांकि, अभी इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई हैं, शहर के एक व्यक्ति ने यहीं के किराना दुकान से एक पाकिट एचएमटी चावल खरीदा. जब चावल का रेट प्रति किलो 26 रुपये मिला तो उसने तुरंत 25 किलो का एक पैकेट 650 रुपये में खरीद लिया. आवश्यक्ता अनुसार कुछ चावल को पकाने के लिए डाल दिया गया. पकने के बाद वह सिकुड़ गया. इससे परिवार के लोगों को कुछ शंका हुई तब हांथ में लेकर उसका गोला बनाने लगे तो गोला भी बन गया. गोला बनाकर उसे जमिन पर फेंका गया तो वह गेंद की तरह उछलने लगा. इसके बाद स्वाद जानने के लिए खाने की भी कोशिश की गई तो वह अधपके चावल की तरह बेस्वाद लगा. खाने पर झाग जैसा निकल रहा है. नाम न छापने की शर्त पर चावल खरीदने वाले व्यक्ति ने बताया कि उसे टीवी समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकारी पहले सी थी कि प्लास्टिक चावल को पकाने के बाद गोला बनाकर फेंकने से वह उछलता है.

ऐसा करके देखने पर पुरी सच्चाई सामने आ सकी और सतर्क हो जाने से उसे खाने सेे बच गए. चावल को देखने से स्पष्ट हो रहा है कि एचएमटी से भी पतला एवं बारीक चावल प्लास्टिक चावल है. जिसे बिना खाये फर्क कर पाना कठिन है.मुनाफा कमाने की कोशिश एचएमटी चावल की मांग सबसे अधिक इस अंचल में सामूहीक कार्यक्रमों तथा घरेलु उपयोग के लिए होता है. डिमांड को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्लास्टिक चावल को कम रेट में बेचकर कपित्य व्यापारी इसमें जबरदस्त मुनाफा कमाने की सोच रखते हैं उल्लेखनीय है कि एचएमटी चावल का रेट वर्तमान में 35 से 40 रुपये किलो है. इससे भी कम रेट से बिकने के कारण ग्राहकों का ध्यान स्वतः ही इस ओर जा रहा है. लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश हो. इसके पहले ही इसकी तह तक जांच करने की आवश्यक्ता है. ताकि लोग ऐसे प्लास्टिक खाद्य वस्तुओं के उपयोग से बच सकें.