नई दिल्ली। दूसरे आयुर्वेद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को पहला अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान समर्पित किया। दिल्ली के सरिता विहार में बने इस आयुर्वेद संस्थान को एम्स की तर्ज पर विकसित किया गया है। उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि मैं धन्वंतरि जयंती को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने और इस संस्थान की स्थापना के लिए आयुष मंत्रालय को साधुवाद देता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कोई भी देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक वो अपने इतिहास, अपनी विरासत पर गर्व करना नहीं सीखता।
#NationalAyurvedaDay के अवसर पर आज प्रधानमंत्री @narendramodi ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का उद्घाटन किया pic.twitter.com/VtKRSVUEWF
— IBC24 (@IBC24News) October 17, 2017
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बताया कि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद देशभर में 65 से ज्यादा आयुष अस्पताल विकसित किए जा चुके हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि गुलामी के कालखंड में हमारी ऋषि परंपरा, हमारे आचार्य, किसान, वैज्ञानिक ज्ञान, योग, आयुर्वेद, इन सभी की शक्ति का उपहास उड़ाया गया लेकिन आज दुनिया भारत की आयुर्वेद शक्ति की ओर बड़ी आशा से देख रहे है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के हर जिल में आयुर्वेद हाॅस्पीटल होने चाहिए जिस पर आयुष मंत्रालय काम कर रहा।
गुलामी के कालखंड में हमारी ऋषि परंपरा, हमारे आचार्य, किसान, वैज्ञानिक ज्ञान, योग, आयुर्वेद, इन सभी की शक्ति का उपहास उड़ाया गया : पीएम मोदी pic.twitter.com/siqyS3lyOT
— IBC24 (@IBC24News) October 17, 2017
आपको बता दें की देश का पहला अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान आयुष मंत्रालय के अधीन आता है और यह आयुर्वेद इलाज और माॅडर्न टेक्नीक के बीच तालमेल बिठाने के लिए काम करेगा। यह एनबीएच से मान्याता प्राप्त हाॅस्पिटल है और इसमें एक एकैडमिम ब्लाॅक भी है। 10 एकड़ क्षेत्र में फैसे इस संस्थान को बनाने में भगभग 157 करोड़ रूप की लागत आई है
देश के हर जिले में सारी सुविधाओं से युक्त आयुष अस्पताल जरूर हो, पिछले तीन वर्षों में 65 से ज्यादा आयुष अस्पताल विकसित किए जा चुके हैं: पीएम pic.twitter.com/8oogO7ghCk
— IBC24 (@IBC24News) October 17, 2017
भारत चाहता है कि सीडीआरआई से अधिक से अधिक देश,…
34 mins ago