छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सलियों के शहरी नेटवर्क पर नजर रख रही है । इसके लिए रायपुर, बिलासपुर सहित नक्सल प्रभावित जिलों में SIB और पुलिस के जवानों को सादी वर्दी में तैनात कर दिया गया है । ये जवान रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, प्रमुख बाजारों में नक्सलियों से शहरी नेटवर्क पर नजर बनाए हुए हैं.
नक्सलियों को जिस तरह से जंगल में उनकी जरुरत का सारा सामान उपलब्ध हो रहा है उससे ये तो तय है कि ये सारी चीजें उन्हे आसानी से उपलब्ध हो रही है । ये भी तय है कि रायपुर बिलासपुर और नक्सल प्रभावित इलाकों के जिला मुख्यालय के बाजारों से सारी जरुरत का सामान उन तक पहुंच रहा है । इतना ही नहीं नक्सली हमले में घायल और बीमार नक्सलियों का शहरों में इलाज भी करवाया जाता है । इसके लिए नक्सलियों ने अपना शहरीय नेटवर्क तैयार कर रखा है । 6-7 साल पहले पुलिस ने नक्सलियों का इलाज करने वाले रायपुर के कटोराताबाल के निवासी डॉ विनायक सेन, वर्दी के लिए कपड़ा उपलब्ध कराने वाले बिलासपुर के नरेश मार्केट के मालिक, वर्दी सिलने वाले टिकरापारा के एक दर्जी और भिलाई दुर्ग में नक्सलियों के शहरीय नेटवर्क से जुड़े लोगों को गिरफ्तार भी किया था । मुख्यमंत्री ,पुर्व गृहमंत्री और डीजीपी भी इस बात तो स्वीकार चुके है कि नक्सलियों का शहरीय नेटवर्क रायपुर सहित सभी शहरों में सक्रिय है । सूत्रों से ये भी पता चला है कि पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाकों के बड़े व्यापारियों और व्यापारी संघ के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो किसी भी संदेही को थोक में सामान ना दे और पुलिस को खबर करें । नक्सल आपरेशन से जुडे अफसरों का कहना है कि नक्सलियों तक पहुंचने वाली जरुरत के सामानों की आपुर्ति रोकने के लिए उनकी सप्लाई लाईन काटनी होगी । अब देखना है कि पुलिस का सूचना तंत्र नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े लोगों को कैसे बेनकाब कर पाता है ।
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2 hours ago