रायपुर। गरियाबंद के सुपेबेड़ा में 71वीं मौत के बाद एक तरफ जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुइया उइके के बीच बयानबाजी चल रही है। वहीं इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर जबानी हमला करते हुए कहा है की भूपेश एक किडनी का इलाज नहीं करा सकते हैं तो सरकार क्यों चला रहे हैं। 11 माह हो गए अब तक सुपेबेड़ा जाने का समय नही मिला। पूर्व सीएम ने कहा कि पुरानी सरकार को देखना बंद करें। 11 माह बीत गए कुछ तो कदम उठाना चाहिए आरोप लगाते पूरा समय काट देंगे क्या ?
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वहीं सुपेबेड़ा पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले रमन सिंह अपने कार्यकाल पर झांक लें, अगर 15 साल में उन्होने सूपेबेड़ा के लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराया होता तो आज ये स्थिती नहीं होती। कांग्रेस सूपेबेड़ा की समस्या को लेकर गंभीर है। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव खुद सुपेबेड़ा का दौरा कर चुके हैं । इसलिए रमन सिंह झूठे आरोप लगाना बंद करें ।
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इसके पहले आज राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सुपेबेड़ा में हो रही मौतों पर बोलते हुए कहा था कि मानवीय दृष्टिकोण से हमने कहा था। कोई चीज अच्छी होती है तो अच्छा है, वहां के पीड़ितों को लाभ मिलना चाहिए। भारत सरकार को बताने की अगर आवश्यकता होगी तो मैं वहां अवगत कराऊंगी, सुपेबेड़ा को लेकर केन्द्र सरकार को वे चिठ्ठी लिखेंगी।