पेंड्रा में बकायादारों पर बिजली विभाग की सख्ती, जांजगीर में विभाग मेहरबान | Power Department's strictness on the defaulters in Pendra

पेंड्रा में बकायादारों पर बिजली विभाग की सख्ती, जांजगीर में विभाग मेहरबान

पेंड्रा में बकायादारों पर बिजली विभाग की सख्ती, जांजगीर में विभाग मेहरबान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:59 PM IST, Published Date : November 30, 2018/6:04 am IST

पेंड्रा। बिजली बिभाग बिजली चोरों और बकायादारों पर सख्ती बरतना शुरू कर दी है। अफसर बकायादारों के घर दस्तक देकर बकाया राशि वसूल रहे हैं। पेंड्रा पश्चिम जोन के ईई सीएम बाजपेयी के मुताबिक सितंबर माह तक इस डिवीजन में तीस करोड़ रुपए का बकाया है, जिसमें से 13 करोड़ शासकीय और 17 करोड़ रूपए निजी उपभोक्ताओं से वसूल करना है।

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वहीं नेहरू नगर डिवीजन के अंतर्गत गोलबाजार जोन में अफसरों ने बकाएदारों के घर दबिश देकर 120 लोगों से हजारों रूपए विभाग के खाते में जमा कराए हैं। जिन लोगों की राशि ज्यादा बड़ी है और जो लंबे समय से बकाया भुगतान नहीं किया है, उनके घरों की बिजलियां भी कांटी जा रही है।

जांजगीर-चांपा जिले में भी शासकीय कार्यालयों सहित निजी उपभोक्ताओं का बकाया राशि 125 करोड़ रूपए तक पहुंच गया है। करोड़ों रूपए बकाया होने के बावजूद विद्युत विभाग वसूली के मामले में गंभीर नहीं है। हालांकि, हर साल औपचारिकता के नाम पर विभाग बकाया वसूली के लिए नोटिस जारी करती है। विभागीय उदासीनता के चलते हर साल बिजली विभाग को लाखों रूपये का चूना लग रहा है

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जिला मुख्यालय सहित जिले के शासकीय कार्यालय में धड़ल्ले से बिजली का उपयोग किया जा रहा है। एक तरफ बिजली के बंद होने से कार्यों में रूकावट होने के चलते लोग परेशान होते हैं, लेकिन जिले के उपभोक्ता बिजली बिल के भुगतान करने में गंभीर नहीं हैं। कंपनी द्वारा बिजली बिल वसूली के लिए अभियान तो चलाया जाता है, मगर इसमें ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता ज्यादा परेशान होते हैं, क्योंकि इनकी बिजली कनेक्शन, कम बिल होने पर भी काट दी जाती है, जबकि सरकारी कार्यालयों, व्यवसायी व उद्योगों से बिजली बिल वसूलने वितरण कंपनी पीछे हैं। विभिन्न विभाग नगरीय व पंचायत निकाय द्वारा करोड़ों रूपए बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इनमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, जल संसाधन विभाग, राजस्व विभाग सहित जिले के अधिकांश कार्यालय विद्युत विभाग के बकायादार हैं। बावजूद इसके विद्युत विभाग राशि वसूल करने के मामले में गंभीर नहीं है।