मुंबई। रेलवे में स्थायी नौकरी की मांग को लेकर अप्रेंटिस छात्रों के धरना-प्रदर्शन ने मुंबईकरों की मुश्किल बढ़ा दी। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच बड़ी संख्या में छात्र रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और ट्रेनों की आवाजाही ठप कर दी। सुबह के समय हुए इस प्रदर्शन के कारण लोकल पर ब्रेक लगने से हजारों लोग परेशान हो गए, इसके साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों का टाइम टेबल भी बिगड़ गया। पटरियों पर बैठे प्रदर्शनकारी छात्रों को हटाने के लिए पहुंची पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। कुछ जगहों पर ट्रेनों और पुलिस पर पथराव की भी खबर आई, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। आखिरकार 4 घंटे बाद रेल ट्रैक से प्रदर्शनकारियों को हटाया जा सका, जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही शुरू कराई जा सकी। हालांकि प्रदर्शनकारी इसके बाद भी ट्रैक के बगल में डटे रहे, जिसके कारण पुलिस बल को भी मौके पर तैनात रहना पड़ा।
#WATCH: Railway traffic resumes between Dadar & Matunga, agitating railway job aspirants still present at the spot where they have been protesting, between Matunga & Chhatrapati Shivaji Terminus railway station. #Mumbai pic.twitter.com/J7XofZAbkT
— IBC24 (@IBC24News) March 20, 2018
उत्तर पूर्वी मुंबई से भारतीय जनता पार्टी सांसद किरीट सोमैया ने छात्रों के इस प्रदर्शन को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की और छात्रों से रेल रोका वापस लेकर बातचीत करने की अपील की। पीयूष गोयल ने कहा है कि रेलवे एक बार में सबसे बड़ी भर्ती करने जा रही है और सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश के मुताबिक नियुक्ति प्रक्रिया बनाई गई है। रेल मंत्री ने जानकारी दी कि अप्रेंटिस छात्रों को उम्र में भी छूट दी जा रही है।
ये भी पढ़ें- रेलवे में एक साथ होगी करीब 1 लाख भर्ती, 31 मार्च तक आवेदन
अप्रेंटिस छात्रों को 20 फीसदी आरक्षण है, लेकिन उनकी मांग है कि ज्यादा सीटें उन्हें दी जाए, जिसपर रेलवे तैयार नहीं है। सेंट्रल रेलवे का कहना है कि अप्रेंटिस ऐक्ट के तहत नौकरी देने का प्रावधान नहीं है, बल्कि ये कुछ समय के लिए दी जाने वाली ट्रेनिंग है ताकि जो छात्र रेलवे में करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें इसका काम का अनुभव हो सके। रेल मंत्रालय ने अप्रेंटिस के लिए जरूर 20 फीसदी सीटें आरक्षित की हैं। सेंट्रल रेलवे के मुताबिक आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख से पहले ही ये अधिसूचना जारी की जा चुकी है कि जिन छात्रों ने प्रशिक्षण लिया था, उनका स्पेशल टेस्ट कराया जाएगा।
ये भी पढ़ें-नक्सली हमले में 7 गोलियां खाने के बाद जवानों के साथ ऐसा सुलूक शर्मनाक, ये है सरकार की सच्चाई
हजारों छात्रों के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता संजय निरुपम, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता संदीप देशपांडे भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि वो उनकी मांगों पर विचार के लिए रेलवे और सरकार से आग्रह करेंगे। हालांकि अब रेल ट्रैफिक सामान्य हो चुकी है और ट्रेनों के परिचालन में अब किसी तरह की बाधा की खबर नहीं है।
वेब डेस्क, IBC24