पेंड्रा : रायपुर-कटनी वाया बिलासपुर,पेंड्रा रूट के यात्रियों को मार्च महीने से बड़ी राहत मिलने वाली है। सब कुछ तय समय से चलता रहा तो आने वाले महीने से रायपुर से कटनी की रेल यात्रा में तकरीबन डेढ़ घंटे की बचत होगी । दरअसल इस रूट पर रेल लाइन के दोहरीकरण का काम चल रहा है,जो अब लगभग खत्म होने की कगार पर है। काम पूरा हो जाने के बाद यहां 2 ट्रैक हो जाएंगे और सिंगल इंजन दौड़ने लगेगा। फिलहाल सिंगल लाइन होने की वजह से कई बार लाइन क्लियर होने तक ट्रेन को वेट करना पड़ता है।
ये भी पढ़ें- प्यार के इजहार का दिन वेलेंटाइन-डे, प्रेमी जोड़ों को रहता है बेकरार…
सलकारोड-अनूपपुर 111 किमी दोहरी लाइन का प्रोजेक्ट अंतिम चरण में है। मार्च के अंतिम हफ्ते तक शेष 16 किमी का काम पूरा हो जाएगा और इस पर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। नई रेल लाइन सतपुड़ा के घने जंगल के पेड़ और पहाड़ियां काटकर बिछाई गई है। अब तक ये रूट सिंगल लाइन का था और इस पर खोंगसरा से पेंड्रा तक 35 किमी तक दो इंजन लगाने पड़ते थे। ट्रैक डबल होने से यह समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही ट्रेनों की गति बढ़ने से बिलासपुर-पेंड्रा-कटनी में यात्रियों का कम से कम डेढ़ घंटे का वक्त बचेगा।
ये भी पढ़ें- देसी दूल्हा विदेशी दुल्हनिया, ऑस्ट्रिया की जुलेला हुई भारत के गौरव की
35 साल बाद ट्रैक का दोहरीकरण हो पाया है। इस रूट पर रोज 52-54 ट्रेनें चलती हैं, करीब 40 मालगाड़ी में डबल इंजन की जरूरत पड़ती है। अगले 23 दिन तक बिलासपुर-अनूपपुर खंड में ट्रेनों का ब्लॉक लेकर दोहरीकरण पूरा किया जाएगा। 5 मार्च के बाद ट्रैक की जांच होगी और मार्च अंत तक ट्रेन पर ट्रेन दौड़ने लगेंगी। इस तरह अब कटनी की तरफ जाने वाले यात्रियों का डेढ़ घंटे तक का बहुमूल्य समय बचने लगेगा।