ऑस्कर जाएगी राजकुमार राव की न्यूटन | Rajkumar Rao's film Newton will go to Oscar

ऑस्कर जाएगी राजकुमार राव की न्यूटन

ऑस्कर जाएगी राजकुमार राव की न्यूटन

:   Modified Date:  December 4, 2022 / 07:38 AM IST, Published Date : December 4, 2022/7:38 am IST

 

आज रीलीज हुई अभिनेता राजकुमार राव की न्यूटन ऑस्कर में भारत की ओर से भेजी जाएगी। बेस्ट फॉरेन फिल्म कैटेगरी में न्यूटन को भेजे जाने की जानकारी खुद राजकुमार राव ने भी अपने ट्वीटर हैंडल पर दी है। उन्होंने न्यूटन फिल्म की पूरी यूनिट को बधाई देते हुए अपनी खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया-  Very happy to share this news that #NEWTON is India’s official entry to the #OSCARS this year. Congratulations team.

न्यूटन को ऑस्कर के लिए नामित किए जाने की ख़बर आते ही ट्वीटर पर न्यूटन और ऑस्कर दोनों हैशटैग ट्रेंडिंग्स में आ गए और बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। न्यूटन को क्रिटिक्स से जबर्दस्त सराहना मिल रही है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की सेलेक्शन कमेटी की ओर से भारत की ऑफिशियल एंट्री के तौर पर ऑस्कर को नामित किए जाने ने पहले से ही दमदार अभिनय के लिए पहचान बना चुके राजकुमार राव का कद और बढ़ा दिया है। कुल 26 फिल्मों में से एक का चयन करना था, जिसमें न्यूटन के पक्ष में राय बनी। निर्देशक अमित मासुरकर और निर्माता दृश्यम फिल्म्स की न्यूटन में राजकुमार राव के अलावा पंकज त्रिपाठी, अंजलि पाटिल, रघुबीर यादव ने भूमिका निभाई है। संजय मिश्रा का न्यूटन में स्पेशल अपीयरेंस है। ये फिल्म 22 सितंबर को 350 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है. 

न्यूटन की कहानी बेहद दिलचस्प है। नूतन (न्यूटन) कुमार यानी राजकुमार राव को लगता है कि उसका नाम नूतन, लड़कियों जैसा नाम है, इसलिए दसवीं बोर्ड की परीक्षा के लिए भरे जाने वाले फॉर्म में वो अपना नाम बदलकर न्यूटन रख लेता है। फिजिक्स से एमएससी की पढ़ाई करने के बाद वो सरकारी क्लर्क की नौकरी करने लगता है, जिसकी ड्यूटी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में लगती है। उसे नक्सली इलाके में चुनाव की जिम्मेदारी मिलती है, जिसमें उसकी मदद रघुबीर यादव, अंजलि पाटिल, पंकज त्रिपाठी एक टीम के रूप में करते हैं। जब ये टीम जंगल की ओर बढ़ती है, तो पता चलता है कि वहां वोटर तो 76 हैं, जो  वोटर्स की चर्चा है लेकिन वोट वाले दिन कोई मतदान करने नहीं आता. नक्सलवादियों के गुरिल्ला हमले के डर के बीच कैसे निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की कोशिश में ये टीम जुटती है और अंत में क्या नतीजा निकलता है, ये देखना काफी दिलचस्प है और यही इस फिल्म की यूएसपी है।