ग्वालियर । जिले में एक दुष्कर्म की पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक दिन पहले ही पीड़िता और उसके परिवार को आरोपी की मां ने धमकाया था। आरोपी की मां ने धमकी दी थी कि अगर राजीनामा नहीं हुआ तो उसके पिता को गोली मारकर हत्या कर दी जाएगी। इस पूरे मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इससे पहले भी रास्ते में रोककर युवती को धमकाया गया था । जिसकी शिकायत उसके पिता ने थाने में की थी लेकिन पुलिस ने तकरीबन दो महीने के बाद भी इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया, यही वजह है कि आरोपी की मां की हौसले इस कदर बढ़ गए कि वह पीड़िता के घर पहुंच कर धमकाने लगी। अगर पुलिस एक्शन ले लेती तो शायद आज युवती जिंदा होती आरोपी अभी सेंट्रल जेल में बंद है। वहीं पुलिस जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है।
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दअरसल जनकगंज थाना क्षेत्र के घोसीपुरा शिवनगर निवासी 12वीं की छात्रा के साथ जून 2019 में पड़ोसी उस्मान खां ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। छात्रा आरोपी के बेटे को 5 साल से राखी बांधी आ रही थी। उस्मान ने छात्रा के साथ दूसरी बार दुष्कर्म किया था। वह पीड़िता को चुप रहने के लिए धमका का भी रहा था। जब यह बात परिवार को पता चली तो पीड़िता को लेकर जनकगंज थाने पहुंचे। पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था। इसके बाद आरोपी के परिजन पीड़िता को लगातार धमका रहे थे ।
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बीती शुक्रवार की रात को आरोपी की मां मुन्नी पीड़िता के घर पहुंची और उसे राजीनामा करने के लिए धमकाया । ऐसा न करने पर पिता को उसके पूरे परिवार को गोली मारकर हत्या करने की धमकी दी थी। वहीं 20 अगस्त 2019 को छात्रा को आरोपी के पिता ने सड़क पर रोककर राजीनामा के लिए धमकी दी थी । जिसकी शिकायत छात्रा के पिता ने भी पुलिस थाने में की थी । पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की, धमकी से घबराई दुष्कर्म पीड़िता ने शनिवार की शाम को कमरे में खुद को बंद कर दुपट्टे से फांसी लगा ली। मृतका के पिता का आरोप है कि पीड़ित छात्रा ने धमकी की वजह से फांसी लगाई है।
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परिजन पहले आवेदन आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में दे चुके हैं लेकिन पुलिस पूरे मामले को दबाने में जुटी रही थी। देर रात तक ना तो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया था, अगर उन्हें हिरासत में ले लेते तो शायद आज उनकी बेटी जिंदा होती। फिलहाल यह मामला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
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