रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज पुलिस स्मृति दिवस पर कहा कि पुलिस की नौकरी सिर्फ रोजी-रोटी का साधन नहीं है, बल्कि ये एक जज्बा है। उन्होंने कहा- मैं उन सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश और देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने, शांति कायम रखने में पुलिस बल का अमूल्य योगदान है। पुलिसकर्मियों के कर्तव्य के प्रति समर्पण की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और वे पूरी मुस्तैदी, निष्ठा और कुशलता के साथ इस जिम्मेदारी का निर्वहण कर रहे हैं। डॉ. रमन सिंह ने पिछले एक साल के दौरान छत्तीसगढ़ के शहीद 23 पुलिसकर्मियों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस साल शहीद 23 जवानों के नामों की सूची शहीद स्मारिका में रखी गई है। इसके बाद उन्होंने शहीदों के परिवारों के साथ मुलाकात की। माना परिसर के बाद मुख्यमंत्री ऊर्जा पार्क गए, जहां उन्होंने शहीद वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की चौथी बटालियन के माना परिसर में राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम रमन सिंह ने कहा कि इस बल में 5800 की भर्ती की जानी है, जिनमें से 2800 जवान भर्ती किए जा चुके हैं। बल के 1200 जवानों की पदोन्नति भी की गई है।