खरगोन। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बाद इन्दिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से छोड़ी जा रही जलराशि के कारण खरगोन जिले में भी नर्मदा नदी उफान पर है। खरगोन जिले के बड़वाह स्थित मोरटक्का पुल पर नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर बहने के बाद जिला प्रशासन द्वारा ऐहतियात के तौर पर इंदौर-इच्छापुर स्टेट हाईवे पर नर्मदा नदी पर बने मोरटक्का ब्रिज पर आवागमन बंद कर दिया गया है। दोनों तरफ वाहनों की लंबी लंबी कतार लगी है। पुल बन्द किये जाने के बाद वाहनों के रूट डायवर्ट किये जा रहे है।
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जिला और पुलिस प्रशासन की टीम फोर्स के साथ मौके पर मौजूद है। वही नर्मदा नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर और खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद महेश्वर में भी अहिल्या घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए। महेश्वर में नर्मदा नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए अहिल्या घाट स्थित सभी दुकानों को हटा लिया गया है। खतरे को देखते हुए महेश्वर में नाव संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। करीब 6 साल बाद विश्व प्रसिद्ध अहिल्या घाट स्थित अष्टपहलू की सीढ़ियां भी जलमग्न हो गई।
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जिला प्रशासन द्वारा पूरे नर्मदा पट्टी इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर गोताखोरों और होमगार्ड की टीमें तैनात की है। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन द्वारा बड़वाह सहित आसपास के इलाकों में नर्मदा नदी किनारे स्थित मंदिरों को भी खाली कराया जा रहा है। ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोलकर 16 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ने के बाद नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। वही मोरटक्का पुल से नर्मदा नदी खतरे के 163.9 निशान से ऊपर 164.9 बह रही है । प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए पुल से फिलहाल आवागमन के लिए बंद कर दिया है और मार्ग के दोनों तरफ फोर्स तैनात कर नजर रखी जा रही है।