भोपाल। लोकसभा चुनाव में नोटा के विरोध में आरएसएस वोटरों के बीच जाएगा। विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों के हार-जीत के अंतर से ज्यादा नोटा को वोट मिले है। जिसके बाद बीजेपी मध्य प्रदेश में सरकार बनाने से चूक गई।
ये भी पढ़ें:पुलिसकर्मी को ऑटो ड्राइवर ने जमकर पीटा, तमाशबीन बने रहे लोग.. देखें वीडियो
अब लोकसभा चुनाव में दूसरी बार ऐसी गलती ना हो, इसके लिए RSS मतदाताओं के बीच जाएगा। और नोटा के विरोध में जागरूकता अभियान चलाने की बात कह रहा है।आरएसएस का नोटा के पीछे विरोध के लिए तर्क है की नोटा का विकल्प जनता को पसंद का उम्मीदवार नहीं मिलने पर करने लिए था लेकिन कई बार नोटा पर वोट करने देने पर खराब उम्मीदवार चुनाव जीत जाते हैं।
ये भी पढ़ें:मिशन 2019: दिग्विजय सिंह कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात, इधर शिवराज सिंह
लोकसभा चुनाव करीब आ गया है ऐसे में RSS का मानना है कि सही नोटा की जगह सही उम्मीदवार को मतदान करें। आरएएस का कहना है कि, जनता को नोटा के बजाय कम बेहतर उम्मीदवार पर वोट करने के लिए प्रेरित करेंगे।