संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राजधानी में पदाधिकारियों के साथ किया मंथन, लव जिहाद कानून को लेकर भी हुई चर्चा | Sangh chief Mohan Bhagwat churned with officials in the capital There was also discussion about love jihad law

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राजधानी में पदाधिकारियों के साथ किया मंथन, लव जिहाद कानून को लेकर भी हुई चर्चा

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राजधानी में पदाधिकारियों के साथ किया मंथन, लव जिहाद कानून को लेकर भी हुई चर्चा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:35 PM IST, Published Date : November 30, 2020/1:55 pm IST

भोपाल। संघ प्रमुख मोहन भागवत मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक कर अहम मुद्दों पर मंत्रणा की है। मध्यप्रदेश में बन रहे लव जिहाद के कानून को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। मध्यप्रदेश के तीनों प्रांतों के संघ के कामकाज को लेकर भी चर्चा हुई।

ये भी पढ़ें- महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से पूछा- मुसलमान ‘पाकिस्तानी’, सरदार …

बैठक के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत देवास के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि संघ प्रमुख देवास में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

ये भी पढ़ें- भारत लौटेगी 100 साल पुरानी अन्नपूर्णा की प्रतिमा, प्रधानमंत्री मोदी…

वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस अब देशभर में समान नागरिक संहिता के लिए जमीनी स्तर पर अभियान शुरू करने जा रहा है। समान नागरिक संहिता लागू करने का विषय सरकार का है। संघ चाहता है कि समान नागरिक संहिता लागू करने की आवाज जनता के बीच से उठे। इसके लिए संघ और उसके अनुशांगिक संगठन जनता के बीच इसे मुहिम बनाएं, इसके तहत संघ और अनुशांगिक संगठनों की ओर से बौद्धिक संगोष्ठियों के साथ अन्य तरह के कार्यक्रम शुरू होंगे।

ये भी पढ़ें- ‘बाफ्टा’ की ‘ब्रेकथ्रू इंडिया’ पहल के एंबेसडर बने ए. आर. रहमान

संघ मानकर चल रहा है कि यह अभियान लंबा चल सकता है, इसलिए संघ ने अनुशांगिक संगठनों के सहयोग से इस अभियान को चलाने का फैसला लिया है। हालांकि सामान नागरिक संहिता संघ के पुराने एजेंडों में शामिल है, लेकिन इसे लागू कराने के लिए संघ ने इसको लेकर बड़े स्तर पर मुहिम चलाने का फैसला लिया है। संघ मामलों के जानकारों का कहना है कि संघ इस दिशा में लंबे समय से काम रहा है। संघ चाहता है कि देश में सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और कानून होना चाहिए।

ये भी पढ़ें- एक और बच्चे ने तोड़ा दम, पिछले 48 घंटे में 6 की मौत से मचा हड़कंप, …

इधर, कांग्रेस ने दावा किया है कि संविधान सभा में समान नागरिक संहिता का विषय सबसे पहले कांग्रेस ही लेकर आई थी। तब इसका विरोध करने वाले ही आज समान नागरिक संहिता की बात कह रहे हैं।

वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि जिन मामलों को कांग्रेस पार्टी खुद के दायरे से बाहर रखती थी। जागरूक होते भारत के दौर में अब कांग्रेस को वो सब याद आने लगा है।