दंतेवाडा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बल के जवानों ने कुवाकोंडा थाना क्षेत्र के जियकोरता के जंगलों में नक्सलियों का एक कैंप ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने यहां से भारी मात्रा में नक्सली सामान भी बरामद किया है। बरामद किए गए सामान में ,रेडियो, दवाइयां, आईडी, तीर बम, पिठ्ठू और क्लेमोर माइंस आदि शामिल है।
भारत के नक्सली और आतंकी बच्चों को बना रहे अपनी ढाल
बताया जाता है कि डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की सयुक्त पार्टी पिछले दो दिनों से जियाकोरता और आस पास के क्षेत्रों में सर्चिंग पर निकली थी। इसी दौरान सोमवार को जियाकोडता के पास जवानों की नक्सलियों से मुठभेड हुई। दोनों ही ओर से रूक रूककर एक घंटों तक फायरिंग होती रही।
बस्तर में शुरू हुआ ऑपरेशन प्रहार-2
जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली एक बार फिर जंगल की आड़ लेकर भागने में कामयाब रहे। मुठभेड के बाद जवानों ने काफी देर तक नक्सलियों का पीछा भी किया। मौके की पड़ताल करने पर कई महत्वपूर्ण सामान पुलिस के हाथ लगे हैं।
वहीं नारायणपुर पुलिस ने भी सर्चिंग के दौरान सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सली कम्पनी नम्बर पांच के सक्रिय सदस्य है, जिला पुलिस बल और डी आर जी की संयुक्त सर्चिंग पार्टी बेचागांव की और सर्चिंग की और रवाना हुई थी, इस दौरान नक्सली ने फायरिंग शुरू कर दी जिस पर जवाबी कार्यवाही करते हुए पुलिस बल ने नक्सली को घेरने की कोशिश की।
माओवादी नेता गणेश उईके की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे सरेंडर कर चुके नक्सली
अपने आप को घिरता देख नक्सलियों फायरिंग तेज कर भागने की कोशिश की लेकिन जवानो ने घेरा बंदी कर सातों नक्सलियों धर दबोचा, पकड़े गए नक्सली कुंडला पुल को नुकसान पहुंचाने के फिराक में थे,पकड़े गए नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक नग भरमार बंदूक, नक्सली बेनर, फ्लेसगन, तीन नग आईडी, बम वायर सहित बरामद किये है, वही पकड़े गए 7 नक्सलियों को आज न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।