श्रावण का दूसरा सोमवार, तड़के ढाई बजे खुले बाबा महाकाल के पट, आज नगर भ्रमण पर निकलेगी बाबा की सवारी | Second monday of shravan Baba Mahakal's doors opened at half past two in the morning Baba's ride will go on a city tour today

श्रावण का दूसरा सोमवार, तड़के ढाई बजे खुले बाबा महाकाल के पट, आज नगर भ्रमण पर निकलेगी बाबा की सवारी

श्रावण का दूसरा सोमवार, तड़के ढाई बजे खुले बाबा महाकाल के पट, आज नगर भ्रमण पर निकलेगी बाबा की सवारी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : July 13, 2020/2:24 am IST

उज्जैन। आज श्रावण का दूसरा सोमवार होने के कारण सुबह से ही भक्त बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच रहे है। हालांकि की कोरोना गाइडलाइन के कारण भक्त बाबा की भस्मारती में शामिल नहीं हो सके। आज तड़के 2:30 बजे बाबा महाकाल के पट खोले गए और पंचामृत अभिषेक के बाद भस्मारती शुरू हुई । यहां तय संख्या में ही पंडा और पुजारी मौजूद थे। श्रावण मास, भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह माना गया है। मान्यता है की श्रावण माह में शिव आराधना करने से सभी कष्टों से तुरन्त मुक्ति मिलती है।

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श्रावण के दूसरे सोमवार के दिन आज महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की विशेष भस्मारती की गई। भस्मारती के पहले बाबा को जल से नहलाकर महापंचामृत अभिषेक किया गया जिसमें दूध ,दही ,घी ,शहद व फलों के रसों से अभिषेक हुआ। अभिषेक के बाद भांग और चन्दन से भोलेनाथ का आकर्षक श्रृगार किया गया और बाबा को भस्म चढाई गई। भस्मिभूत होने के बाद भगवान को वस्त्र धारण कराए गए और फिर झांझ-मंजीरे, ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्म आरती की गई। वैसे तो प्रति वर्ष सावन माह की भस्म आरती में हजारों भक्त शामिल होते रहे हैं, परंतु इस बार कोरोना महामारी के चलते श्रद्धालुओं के शामिल होने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। श्रद्धालु केवल बाबा महाकाल के दूर से ही दर्शन ही कर सकते हैं। दर्शन के लिए सुबह 5:30 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक का समय तय किया गया है। इस दौरान केवल वही भक्त दर्शन कर सकेंगे जिन्होंने पूर्व में दर्शन के लिए बुकिंग करा रखी है।

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महाकाल मंदिर समिति ने सावन माह में प्रतिदिन 10000 भक्तों को दर्शन कराने का प्रबंध किया है। श्रावण – भादों मास में सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकाले जाने की भी परंपरा है, इसलिए आज शाम को बाबा की सवारी भी निकाली जाएगी । मान्यता है की अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए सवारी के रूप में राजा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हे। कोरोना संकट काल की वजह से सवारी में कोई भी श्रद्धालु शामिल नहीं हो सकेंगे। और सवारी मार्ग भी परिवर्तित कर छोटा कर दिया गया है। सवारी के दर्शन भक्त केवल मोबाइल एप व लाइव टीवी प्रसारण के माध्यम से ही देख सकेंगे।

 
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