सेक्स, सीडी और सियासत, छत्तीसगढ़ में घमासान  | Sex, CD and Politics, Turmoil in Chhattisgarh

सेक्स, सीडी और सियासत, छत्तीसगढ़ में घमासान 

सेक्स, सीडी और सियासत, छत्तीसगढ़ में घमासान 

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : October 27, 2017/1:01 pm IST

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में कद्दावर मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी के आरोप से सूबे की सियासत गरमा गई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमले तेज़ कर दिए हैं, दूसरी ओर बीजेपी ने इस आरोप के सामने आने के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके सफाई दी है। राजेश मूणत ने इस प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि सीडी पूरी तरह फर्जी है, आरोप झूठे हैं, जिनकी जांच कराई जाए।

मूणत ने आरोपों को चरित्र हनन की साज़िश करार दिया। मूणत ने रायपुर के सिविल लाइन थाने में पत्रकार विनोद वर्मा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी है। दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मामले से जुड़े पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी को मंत्री को बचाने की कोशिश करार दिया। इस बीच, रायपुर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंत्री राजेश मूणत के बंगले की नेम प्लेट पर कालिख पोत दी, पुलिस ने आप के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।

इसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। सिविल लाइन थाने के बाहर भी आप कार्यकर्ताओं ने मूणत की गिरफ्तारी की मांग की। छत्तीसगढ़ में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इस मामले को लेकर शुरू हुआ घमासान के फिलहाल थमने के आसार नहीं नज़र आ रहे हैं। 

मौजूदा मामले का खुलासा इस तरह हुआ कि रायपुर के पंडरी थाने में प्रकाश बजाज नाम के आवेदक ने फोन पर धमकी दिए जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पत्र के मुताबिक फोन करने वाले ने बजाज के आका (मंत्री) की सेक्स सीडी सामने लाने की धमकी दी।

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छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक इस शिकायत की तफ्तीश में तार पत्रकार विनोद वर्मा से जुड़े, जिसके बाद गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया।

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पत्रकार विनोद वर्मा ने जैसे ही छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत का नाम लिया, राज्य का सियासी तापमान बढ़ गया। 

देखें वीडियो-

 

विनोद वर्मा और राजेश मूणत सेक्स, सीडी और सियासत का कॉकटेल नया नहीं है। इस तरह के मामले लगातार आते रहे हैं और राजनीतिक भूचाल लाते रहे हैं। 

मध्य प्रदेश से जुड़े ऐसे मामलों में 2013 में पूर्व वित्त मंत्री राघवजी के उनके नौकर के साथ अप्राकृतिक यौनाचार के कथित सीडी का मामला सामने आया था। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि उनकी कुर्सी तो गई ही, गिरफ्तारी भी हो गई। इसके बाद मध्यप्रदेश में 2013 विधानसभा से ऐन पहले कांग्रेस विधायक सत्यनारायण पटेल की कथित सेक्स सीडी के कुछ अंश सामने आने के बाद सियासत गरमा गई, जिसमें पार्टी की ओर से सफाई दी गई कि सीडी में छेड़छाड़ की गई है।

मध्य प्रदेश में सेक्स, सीडी और सियासत की कड़ी का ही एक और बेहद चर्चित मामला 2011 में सामने आया था, जिसने देश में भी हलचल मचा दी। ये मामला भोपाल में मशहूर आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद की हत्या की जांच के दौरान सामने आया था। 16 अगस्त, 2011 को 38 वर्षीया शहला मसूद की हत्या उसके घर के बाहर कार में कर दी गई.

राज्य सरकार की सिफारिश पर 19 अगस्त, 2011 को यह केस सीबीआई को सुपुर्द कर दिया गया. सीबीआई जांच में पता चला कि शहला और जाहिदा परवेज, दोनों के रिश्ते बीजेपी नेता ध्रुव नारायण सिंह, जो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार के पूर्व राज्यपाल गोविंद नारायण सिंह के बेटे हैं, के साथ थे। जाहिदा की डायरी में ध्रुव के साथ संबंध की एक सीडी रिकॉर्डिंग होने का खुलासा हुआ। इस मामले में ध्रुव को उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

राजस्थान की भंवरी देवी हत्याकांड के तार भी सेक्स, सीडी औऱ सियासत से जुड़े थे। जोधपुर के एक सरकारी अस्पताल में नर्स शादीशुदा भंवरी देवी ने ऐलान किया था कि उसके पास एक सीडी है. जिसके सामने आने पर राजस्थान की सरकार गिर जाएगी.

साल 2010 तक भंवरी देवी का जबर्दस्त रसूख था और वो विधायक मलखान सिंह और मंत्री महिपाल मदेरणा की बेहद करीबी थी। भंवरी ने मंत्री मदेरणा के साथ अपने रिश्तों के एवज में सीधे विधानसभा का टिकट मांगी थी, जिसके बाद से रिश्तों में खटास आ गई थी।

सेक्स सीडी की एक और ख़बर हाल ही में गाजियाबाद से ही आई थी। इस मामले में बीजेपी सांसद के सी पटेल की कथित अश्लील सीडी बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया गया था।

सेक्स और सियासत के बीच फंसने के बाद सुर्खियों में आने वाले अन्य नेताओं में दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी विधायक संदीप कुमार भी चर्चा में रहे थे। मीडिया और सोशल मीडिया में इस मामले को ‘राशन कार्ड’ सेक्स सीडी कांड कहा गया। दरअसल, इसमें महिला ने ये कहा था कि राशन कार्ड बनवाने के एवज में संदीप कुमार ने महिला का यौन शोषण किया था। 

सेक्स सीडी को लेकर देश में सबसे ज्यादा चर्चित मामलों में रंगीन मिजाज माने जाने वाले नारायण दत्त तिवारी यानी एन डी तिवारी का नाम भी शुमार है। 2009 में तिवारी जब आंध्र प्रदेश के राज्यपाल थे, तभी उनकी एक कथित सेक्स सीडी सामने आई, जिसने पूरे देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था।

इस सीडी में एनडी तिवारी कथित रूप से तीन महिलाओं के साथ संग आपत्तिजनक स्थिति में थे. इस सीडी के बाद आए सियासी भूचाल ने एनडी को राज्यपाल पद से इस्तीफा देने पर मज़बूर कर दिया था।

 

परमेंद्र मोहन, वेब डेस्क, IBC24