तुलार धाम से शिवलिंग गायब होने के चार दिन बाद भी शासन-प्रशासन नहीं है संजीदा | Shivalinga theft from Tular Dham

तुलार धाम से शिवलिंग गायब होने के चार दिन बाद भी शासन-प्रशासन नहीं है संजीदा

तुलार धाम से शिवलिंग गायब होने के चार दिन बाद भी शासन-प्रशासन नहीं है संजीदा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : March 8, 2019/3:05 am IST

रायपुर। राज्य कि ऐतिहासिक धरोहर और आस्था का महत्व रखनेवाला तुलार धाम से शिवलिंग के गायब होने के 4 दिनो बाद भी शासन प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा। बस्तर की पुरातन सभ्यता, धरोहर और प्राचीन कलाकृतियों मे रुची रखनेवाले जानकर साहित्यकार इसे प्रशासनिक लापरवाही भी मान रहे है ।

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प्रसिद्ध साहित्यकार और लेखक राजीव रंजन प्रसाद का कहना है की बस्तर मे प्राचीन ऐतिहासिक प्रतिमाओं को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है ये चिंताजनक बात है पर शासन प्रशासन इनके संरक्षण मे कोई रुची नही लेता। उधर पुलिस का साफ तौर से कहना है की तुलारधाम से नक्सलियो ने ही शिवलिंग को तुलारगुफा से हटाया या क्षती पहुंचाया है।

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पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के मुताबिक नक्सलियों ने तुलार गुफा के पास मूर्ति गाय़ब होने के एक रात पहले ही मिटिंग कर उत्सव किया था। जिसके बाद प्रतिमा गायब हो गई। उन्होंने बताया की स्थानीय अदिवासियों को भ्रमित करने और मुख्यधारा से दूर रखने बस्तर के पुरातत्विक मुर्तियों को क्षति पहुंचा रहे हैं।

 
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