ग्वालियर। मध्यप्रदेश में किसानों की कर्ज माफी घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। इस एसआईटी में एक DSP, 6 सब इंस्पेक्टर कमेटी में शामिल हैं। यह एसआईटी किसानों के कर्जमाफी लोन मामले की जांच करेगी।
यह घोटाला प्रदेशभर में सामने आया है। लेकिन यह घोटाला अकेले ग्वालियर जिले में ही 500 करोड़ से ज्यादा का है। अब तक 120 करोड़ रूपए का घोटाला साबित हो चुका है। पुलिस मामले में एक बैक प्रबंधक मुकेश माथुर को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि ऊर्वा सोसाइटी के प्रबंधक कालीचरण गौतम पर 10 हजार रूपए का इनाम घोषित किया जा चुका है।
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बता दें कि मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बात की संभावना जता चुके हैं कि यह घोटाला दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लग रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार पूरे मामलों की जांच कराएगी और किसी भी दोषी को छोड़ेगी नहीं। इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। प्रदेश में होशंगाबाद, पन्ना, सागर, भिंड, सतना और मंदसौर जिलों में लोन के मामले में सबसे ज्यादा गड़बड़ियां सामने आई हैं।