जम्मू कश्मीर: यहां के बस स्टैंड में बीते दिनों हुए ब्लास्ट मामले में कई बड़ी बातें निकलकर सामने आई है। कथित रूप से हथगोला फेंकने वाला लड़का नाबालिग है और वह कक्षा 9वीं का छात्र है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन ने उसे इस काम के लिए 50000 रूपए दिए थे। इस बात से साफ जाहिर है कि लोगों में खौफ पैदा करने के लिए आतंकी संगठन बच्चों और युवाओं का सहारा ले रहे हैं।
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गौरतलब है कि बीते गुरुवार को जम्मू कश्मीर के बस स्टैंड पर नाबालिग ने यात्री बस पर हथगोला फेंका था। इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई थी और 31 लोग घायल हो गए थे।
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पूछताछ कर रहे अधिकारियों का कहना है कि आधार कार्ड और स्कूल के रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों से पता चला है कि आरोपी की जन्मतिथि 12 मार्च 2013 है। इससे पहले स्वघोषित हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख फैयाज ने जम्मू में किसी भी भीड़भाड़ वाली जगह पर हथगोला फेंकने का काम संगठन के भूमिगत कार्यकर्ता मुजम्मिल को दिया था, लेकिन मुजम्मिल ने मना कर दिया। उसने इस काम के लिए छोटू (सांकेतिक नाम) का नाम सुझाया। किशोर अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा है। वह नौवीं कक्षा में पढ़ता है तथा उसके पिता पेंटर हैं।