छग: स्वाइन फ्लू का बढ़ता जा रहा कहर, स्वस्थ्य विभाग के पास नहीं कोई व्यवस्था | Swine Flu ka badta ja raha kahar, sawasth vibhag ke pass nahi koi vyastha

छग: स्वाइन फ्लू का बढ़ता जा रहा कहर, स्वस्थ्य विभाग के पास नहीं कोई व्यवस्था

छग: स्वाइन फ्लू का बढ़ता जा रहा कहर, स्वस्थ्य विभाग के पास नहीं कोई व्यवस्था

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : September 22, 2017/12:46 pm IST

 

जिले में स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ते ही जा रहा है, कल फिर एक महिला मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई ,,चरोदा भिलाई निवासी सरिता की स्वाइन फ्लू हो जाने से भिलाई के ही अपोलो हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई, 5 दिन पहले ही उन्हें अपोलो अस्पताल में भरती कराया गया था, उनके स्वाइन फ्लू की पुष्टि जांच रिपोर्ट में हुई है। दुर्ग जिले में अब तक स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई तो वही बालोद जिले के 5 ,राजनांदगाव जिले के 2 मरीजों की मौत इलाज के दौरान भिलाई के अस्पतालों में हुई है। इन्हें मिलाकर अब तक जिले में कुल 18 लोगों की मौत पिछले 5 माह में हो चुकी है, सबसे अधिक मौत अगस्त माह में हुई है। जनवरी से अब तक दुर्ग जिले के कुल 121 संदिग्द्ध मरीज भर्ती हुए इसमें 58 मरीजो के सेम्पल पोजिटिव आये थे जिनमे से 11मरीजो की मौत हुई। 

वहीं अब भी जिले के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजो का इलाज जारी है,,,वही कई शंकास्पद मरीजों के खून और बलगम के सेम्पल जांच के लिए भेजे गए है। जिले में स्वाइन फ्लू के बढ़ते कहर को देखते हुए जिले के पांच स्थानांे पर स्वाइन फ्लू के कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसमे जिला चिकित्सालय दुर्ग, लाल बहादूर शास्त्री अस्पताल सुपेला, शासकीय अस्पताल पाटन, धमधा और निकुम शामिल है। कंट्रोल, रूम में स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज फोन पर या पहुंचकर सुचना दे सकते है तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच जांच करेगी, सबसे अधिक पोजिटिव मरीज भिलाई और दुर्ग के रिसाली, खुर्सीपार, कोहका चरोदा सेक्टर 4,6 में 2 से अधिक मरीज मिले है, इन क्षेत्रो में स्वास्थ्य अमला सतत अभियान चलाकर संदिग्द्ध मरीजो की पहचान कर इलाज कर रहा है। 

वहीं जिन स्वास्थ्य कर्मियों को इस कार्य में लगाया गया है उन्हें अब तक बचाव के लिए वेक्सिन नहीं लागाई गई है अब तक राज्य से महज 50 वेक्सिन भेजी गई थी जबकि 58 मरीजों के पाजिटिव आने पर कम से कम 200 वेक्सिन लगाने की आवश्यकता थी, भेजी गई 50 वेक्सिन में कुछ डाक्टरों को और कुछ मरीजो के परिजनों को लगाया गाया है,,,अब स्वाइन फ्लू के नोडल अधिकारी राज्य से मंगाए गए 300 वेक्सिन के इन्तेजार में है वही उनकी माने तो मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे है और निजी अस्पतालों में वेक्सिन सभी स्टाफ को लगाये गए है। अब ऐसे में देखने की बात होगी की आखिर स्वाइन फ्लू के रोकथाम में जिला प्रशासन कब तक कामयाब हो पायेगा।

जनवरी से अब तक कुल 121 मरीज भर्ती हुए जिनमे 58 मरीजो के सेम्पल पोजिटिव आये थे जिनमे से 11 मरीजो की मौत हुई, वायरस का इन्फेक्शन है जो हर समय बढ़ता है अब तक का सबसे गंभीर वायरस है, प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर ही लोग शिकार होते है, लक्षण समझ आते है, सबसे अधिक पोजिटिव मरीज भिलाई और दुर्ग के रिसाली, खुर्सीपार, कोहका चरोदा सेक्टर 4,6 में 2 से अधिक मरीज मिले है, इन क्षेत्रो में ज्यादा सतत सर्वे किये जा रहे है और इलाज जारी है, 1500 टेमीफ्लू के टेबलेट उपलब्द्ध है ,50 वेक्सिन रायपुर से मिली थी जो लगभग खत्म हो चुकी है, लगातार मान की जा रही है, प्रभावित जिलांे में ज्यादा भेजे जा रहे है, राज्य ने आर्डर होने की बात कही है 58 मरीजों के हिसाब से 200 डोज की आवश्यकता थी उसकी भी व्यवस्था कर ली गई है, 300 के आसपास आर्डर हो गए है जल्द ही आ जायेगा, प्राइवेट अस्पतालों में उनके स्टाफ के लिए मौजूद है, शासकीय कर्मचारियों को वेक्सिन लगाई गई है जो इन मरीजो से सीधे संपर्क में है।

 
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