तमिलनाडु। पूर्व मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम प्रमुख एम. करुणानिधि की यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से बीमार चल रहे हैं। हाल ही में उन्हें चेन्नई के कावेरी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है। एम. करुणानिधि यानी मुत्तुवेल करूणानिधि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुन्नेत्र कज़गम (डीएमके) पार्टी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ तमिल सिनेमा जगत के एक प्रसिद्ध नाटककार और पटकथा लेखक भी हैं। कला के प्रति उनकी विद्वता को देखते हुए उनके समर्थक उन्हें ‘कलाईनार’ कहकर संबोधित करते हैं। कलाईनार एक तमिल शब्द है, जिसका मतलब होता है ‘कला का विद्वान’ कहकर भी पुकारते हैं।
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बता दें कि द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि इसी जून 95 साल के हुए हैं। उन्हें उनके राजनीति कैरियर में भगवान की तरह पूजा जाता है।इतना ही नहीं उनके कार्यकर्ताओं ने उनके नाम का मंदिर भी बनवा रखा है। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा ही एक मंदिर गुदियाथम (वेल्लूर जिले) के पास समीरेडडीपल्ली में स्थित है।
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भगवान राम के खिलाफ करुणानिधि के कई बयान विवाद का विषय बने हैं. 2007 में उनका एक बयान आया था कि कुछ लोग कहते हैं कि 17 लाख साल पहले एक व्यक्ति था, जिसका नाम राम था.उसके द्वारा बनाए गए पुल (राम सेतु) को मत छुओ. यह राम कौन है? वह कौन से इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रैजुएट थे, क्या इसका कोई सबूत है? राम काल्पनिक चरित्र है. वहीं 2009 में रामायण पर आधारित एक किताब के विमोचन पर करुणानिधि ने कहा था कि वह रामायण के आलोचक रहे हैं और आगे भी इसका विरोध करते रहेंगे।
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आपको बता दें कि करुणानिधि को एंटी-ब्राह्मणवादी राजनीति का प्रतीक भी माना जाता है. राजनैतिक गुरु डीएमके संस्थापक सी एन अन्नादुराई और वैचारिक आदर्श ‘पेरियार’ की कदमों पर करुणानिधि सालों से दक्षिण भारत के दिग्गज नेता बने हुए है। करुणानिधि की पैदाइश 1924 की है. थिरुक्कुवालाई गांव में उनके घर को अब म्यूज़ियम में बदल दिया गया है. म्यूज़ियम में उनकी पोप से लेकर इंदिरा गांधी तक के साथ तस्वीरें लगी है।
वेब डेस्क IBC24
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