नई दिल्ली। पूरे भारत को पोलियो जैसी बिमारी से बचाने के लिए ‘पोलियो मुक्त भारत’ का नारा दिया गया। देश में राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान चलाया गया। भारत भले ही पोलियो मुक्त हो गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना के 15 लाख बच्चों को टाइप टू वायरस के कारण प्रतिबंधित हो चुकी पोलियो की खुराक पिलाई गई है। जिससे पोलियो फैलने का खतरा अब बढ़ गया है।
ये भी पढ़ें:राफेल मामले पर SC में आज तीन बजे होगी सुनवाई
हिमांचल के केन्द्रीय औषधी प्रयोगशाला की रिपोर्ट में सामने आया है कि, पोलियो की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी बॉयोमेड ने जो वैक्सीन तैयार कि उनमें टाइप टू वायरस का स्ट्रेन है जो की अप्रैल 2016 से भारत में प्रतिबंधित है। और कंपनी ने नमूने की दोबारा जांच कराने की मांग की है।
ये भी पढ़ें:कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के बीच गठबंधन, जानिए दोनों कितनी सीटों पर लड़ेंगे
टाइप टू वायरस की मिलावटी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी बायोमेड पर केंद्र सरकार कार्रवाई करने की तैयारी में है। आपको बता दें कि, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत दोषी पाए जाने पर 5 साल की कैद और 1 लाख तक का जुर्माना हो सकता है
खबर लोस चुनाव कांग्रेस खरगे मोदी दो
18 mins agoखबर लोस चुनाव कांग्रेस खरगे मोदी तीन
19 mins agoसंसद की सुरक्षा में चूक का मामला: अदालत ने जांच…
20 mins ago