बालोद। बालोद से करीब दस किलोमीटर दूर मनौद गांव में प्रतिबंधित हैलोजन की तेज रोशनी के चलते 149 लोगों की आंखें सूज गईं। आंखों के संक्रमण से पीड़ितों में अधिकतर 6 से 15 साल तक के 54 बच्चे हैं। ये सभी रात को गांव में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम नाचा-गम्मत में मौजूद थे। पंडाल में प्रतिबंधित हैलोजन से रोशनी की गई थी।
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रात एक बजे कार्यक्रम खत्म हुआ तो ग्रामीण घरों को जाकर सो गए। सुबह उठे तो किसी की आंख में तेज जलन थी तो किसी की आंखें सूज गईं थीं। सरपंच ने स्वास्थ्य विभाग को खबर दी, तो डॉक्टर ने गांव जाकर जांच की। पीड़ितों की तादाद देखकर कैंप लगाना पड़ा। घटना की जानकारी मिलने पर सुबह कलेक्टर किरण कौशल भी गांव पहुंची। उनके निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने पंचायत भवन में अस्थाई कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज शुरू किया।
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आपको बता दें कि इससे पहले भी जिले के गांव में प्रतिबंधित हैलोजन से ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। बहुचर्चित अंखफोड़वा कांड भी इसी जिले में हुआ था। डॉक्टरों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है। एक-दो दिन में सभी की आंखें ठीक हो जाएंगी। वहीं बालोद एसडीएम का कहना है कि गांवों में मुनादी कराकर इस तरह के हेलोजन लाइट नहीं लगाने की सख्त हिदायत दी जाएगी।
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