पन्ना। पन्ना जिले के अधिकांश गांवों में लोग पीने के पानी तक को मोहताज है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण हालात ये है कि प्यास से मरने से बचने के लिये लोग पलायन करने को मजबूर है। जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम छापर के लोग जल संकट के कारण तीन माह पहले ही अपना गांव छोड़ कर ककरहटी मे विस्थापित हो चुके हैं।
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जनपद पंचायत पन्ना की ग्राम पंचायत जनवार के तहत आने वाले छापर गांव की आबादी करीब 250 है। लेकिन ग्रामीणों के पलायन करने से यहां के अधिकांश घरो में ताले लटक रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार पानी का इतना भीषण संकट उनके गांव में देखने को मिला है।
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वहीं इस मामले में जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि आपके माध्यम से मुझे मामले की जानकारी लगी है। ऐसी भी जानकारी आई है कि कुछ लोग वहां से ककरहटी में रहने लगे हैं। हालांकि उन्होंने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल इस समस्या का निराकरण कराने का आश्वासन दिया है।