इंदौर। शहर में मतदाता सूची के सुधार का काम अभी भी जारी है। इंदौर की निर्वाचन विभाग अब तक मतदाता सूची के डुप्लीकेट,रिपीट नाम और एक ही परिवार के कई नामों के मतदाताओं का परिचय कार्ड का काम नहीं कर पाया है। अबतक की प्रशासन की जांच में केवल 5 हजार 300 मतदाता डुप्लीकेट पाए गए है। जबकि करीब 2 लाख के आसपास मतदाता सूचियों में सुधार होना है।
ये भी पढ़ें:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की सुरक्षा पर सवाल, ‘सुरक्षा वापस नहीं की गई तो आंदोलन करेंगे’
दरअसल इंदौर में विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी मतदाता सूची में बोगस मतदाता के नाम दर्ज होने के आरोप लगे है..दो बार जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने शिकायतकर्ता सूची में करीब दो लाख मतदाताओं के नाम और पते एक समान होने के आरोप लगा चुके हैं। जिसका प्रमाण के तौर पर सीडी और दस्तावेज भी सौंपे गए थे, जोकी सबसे अधिक दोहरीकरण के नाम देपालपुर में मिले हैं।
ये भी पढ़ें:कम्प्यूटर बाबा बने मां नर्मदा, मां क्षिप्रा और मां मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष
जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी विधानसभा क्षेत्र के रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को नाम दोहरीकरण की जांच करने के निर्देश दिए थे। जिसमें अब तक केवल 5 हजार 300 मतदाता के नाम सामने आये हैं। वहीं चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां 29 लोकसभा सीटों में 4 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे।