रायपुर। नवा रायपुर में 800 एकड़ में बसें जंगल सफारी को 3 साल हो गया लेकिन अब तक वहा पर्यटकों की संख्या नहीं बढ़ी। इस बात को ध्यान में रखते हुए जंगल के 125 एकड़ हिस्सें में जू सफारी बनाया गया है। इसके निर्माण के लिए 12 करोड़ की लागत से सात बाड़े बनाए गए हैं और ये उम्मीद की जा रही कि अब जंगल सफारी में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।
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800 एकड़ में बसे जंगल सफारी का ये सफर बढ़ा ही रोमांचक हैं क्योंकि यहां प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों से भी जानवर यहां अपका इंतजार करते हैं। यहां हिमालय भालू का जोड़ा है। बादशाह और चित्रा यानि की बंगाल का टाइगर हैं जिन्हें कांच की बनी दीवारों में रखा गया है ताकि पर्यटक इनकी हर एक हलचल को देखने का लुफ्त उठा सकें। इसके अलावा जया और देव की जोड़ी यानी कि व्हाइट टाइगर कपल्स हैं लेकिन दोनों को ही अलग अलग रखा गया हैं क्योंकि अभी ये यहां नए नए हैं। वहीं एशिया जू से लाए गए एशियाटिक लायन। भुवनेश्वर से आए घड़ियाल और दरियाई घोड़ा भी आपके जू सफारी शान बढ़ा रहे हैं। यही नहीं रोमांच की इस दुनिया में और भी बहुत कुछ है जो आपको प्रकृति के करीब ले जाती है। नंदनवन से लाए गए 3 शेर तो पहले से ही अपने नए घर में चहलकदमी कर रहे हैं।
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सफारी में आए इन नए जानवरों की खूब मेहमान नवाजी हो रही हैं। नया घर और नई जगह में इनके बाड़े के बाहर चारों तरफ मेडिशनल प्लांट लगाया गया और टफेन ग्लास सबसे मजबूत ग्लास की दीवार बनाई गई है ताकि पर्यटक कांच की दीवार से जानवरों को देख सकें। सफारी में अब जानवर पहले की तुलना में बढ़ गए है जिससे इनके खानपान के साथ दवाइयों का खासा ध्यान दिया जा रहा है। बाहर से आए मेहमानों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है खाने पीने से लेकर बारिश और धुप से बचाने के लिए भी बाड़े में छावनी बना दी गई है।
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