पर्यटन मंत्री की प्रेसवार्ता, फ़िल्म पर्यटन नीति 2019 पर हो रहा काम, 26 दिसंबर से राजधानी में बड़ा फूड फेस्टिवल | Tourism Minister's press conference, work on film tourism policy 2019, Bada Food Festival in the capital from 26 December

पर्यटन मंत्री की प्रेसवार्ता, फ़िल्म पर्यटन नीति 2019 पर हो रहा काम, 26 दिसंबर से राजधानी में बड़ा फूड फेस्टिवल

पर्यटन मंत्री की प्रेसवार्ता, फ़िल्म पर्यटन नीति 2019 पर हो रहा काम, 26 दिसंबर से राजधानी में बड़ा फूड फेस्टिवल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:02 PM IST, Published Date : December 16, 2019/8:03 am IST

भोपाल। पर्यटन एवं नर्मदा घाटी मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने आज प्रेसवार्ता में कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटन विभाग निजी क्षेत्रों से कॉम्पटीशन कर रहा है। कई प्रापर्टी अपडेट की जा रही हैं, स्पा-स्विमिंग पूल की भी प्लानिंग की गई है, तीन नए फूड क्राफ्ट इंस्टिट्यूट की स्थापना की जायगी।

यह भी पढ़ें –  एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री कल प्रेसवार्ता में बताएंगे सरकार की उपलब्धियां

मंत्री ने बताया कि फ़िल्म पर्यटन नीति 2019 पर काम चल रहा है, ट्रायबल टूरिज्म को प्रमोट किया जा रहा है। झाबुआ, धार, अलीराजपुर को लेकर प्लानिंग की जा रही है, खजुराहो, ओरछा, पचमढ़ी में डेस्टिनेशन वेंडिग की व्यवस्था की जाएगी। पर्यटन एवं नर्मदा घाटी मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने आगे कहा कि जल महोत्सव की तर्ज पर ओरछा महोत्सव होगा, ट्रायबल महोत्सव भी होगा।

यह भी पढ़ें – CAA को लेकर हिंसक प्रदर्शन, भूपेश बघेल का तंज, लिखा- कुछ लोगों की ज…

उन्होने बताया कि भोपाल में 26 दिसंबर को बड़ा फ़ूड फेस्टिवल होगा, मप्र की रॉयल फैमली के लिए खास आयोजन होगा। 26 से 29 दिसंबर तक मिंटो हॉल में आयोजन होगा। आयोजन के लिए सैलाना, जबरा, होलकर, रीवा, भोपाल घराने वालों ने आने की सहमति दी है, आयोजन में राजपरिवार खानदानी डिसेस बनाएंगे। देशभर के नामी सैफ को भी यहां बुलाया जाएगा।

यह भी पढ़ें – बेमौसम बारिश के कारण संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय का दीक्षांत प्रथम…

नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने नर्मदा विकास प्राधिकरण को लेकर लेखा जोखा भी दिया। बीजेपी शासनकाल में नर्मदा प्रभावितों की सुनवाई नहीं हुई, न ठीक से राहत दी गई न मुआवजा दिया गया। अब आठ नई परियोजनाओं का काम शुरू किया है, 14 हजार करोड़ से होगा निर्माण, 4 लाख 3 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा बढ़ेगी।