देवास। खुले में शौच नहीं करने की बात ठानकर स्वच्छता की अलख जगाकर ग्राम अमोदिया की अन्नपूर्णा बाई ने अपने घर में शौचालय का निर्माण करवाया। जनपद पंचायत देवास की दूरस्थ ग्राम पंचायत बारोली के ग्राम अमोदिया की आबादी महज 630 है। यह गांव भील आदिवासी जनसंख्या बाहुल्य है।
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गांव की अन्नपूर्णा बाई भील आदिवासी महिला है। उनके परिवार में 4 बच्चे है, जिसमें दो बच्ची एवं दो बच्चे हैं। पति मजदूरी करते है जो अधिकतर गांव से बाहर ही रहते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है एवं परिवार का पालन पोषण मजदूरी पर ही निर्भर है। अन्नपूर्णा बाई ने अपनी शर्म एवं लज्जा तथा परिवार की सुरक्षा के लिए अपने गहनें (मंगलसूत्र और कान की बाली ) को पास ही के ग्राम करनावद में गिरवी रखकर शौचालय का निर्माण किया।
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अन्नपूर्णा बाई से प्रेरित होकर ग्राम के अन्य परिवार भी अब शौचालय का निर्माण कर रहे हैं। इसी ग्राम की कालीबाई जिनकी उम्र 65 वर्ष है। उन्होंने अपने यहां शौचालय का निर्माण करवाकर अपनी बहू-बेटियों की इज्जत को सुरक्षित करने का काम किया है।
वेब डेस्क, IBC24
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