उज्जैन।इस बार उज्जैन महाकाल मंदिर में आचार संहिता के दौरान 9 लाख से अधिक की आवक हुई है। बताया जा रहा है कि आचार सहिंता के दौरान मंदिर में वीआईपी कल्चर खत्म कर दिया गया था। जिसके चलते सभी वीआईपी नेता और राजनीतिक दलों के सदस्यों ने शुल्क देकर दर्शन किए।
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ज्ञात हो कि देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर में आचार संहिता का असर राजस्व पर देखने को मिला है। आचार संहिता के दौरान महाकला मंदिर को भी शामिल किया गया था और मंदिर में VIP कल्चर दर्शन व्यवस्था पर रोक लगाई गई थी। जिसके चलते आचार संहिता में देश भर से आए आम और खास लोग से मंदिर के राजस्व में बढ़ोतरी हुई।
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बता दें कि महाकाल मंदिर समिति को आचार संहिता के दौरान 9 लाख से अधिक का धन प्राप्त हुआ। ये राशि दर्शन पर्ची , धर्मशाला , प्रसादी आदि से बढ़ाई गई। दरअसल आचार संहिता होने के चलते मंदिर में दर्शन करने पहुंचे शासन प्रशासन के लोगो को भी सशुल्क दर्शन करना पड़ा था और धर्मशाला में भी सशुल्क रूम लिए गए थे। जिससे मंदिर को अच्छा ख़ासा राजस्व प्राप्त हुआ।
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