गृहमंत्री अमित शाह की बड़ी बैठक, जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा और नए परिसीमन ​सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा | Union Home Minister Amit Shah take meeting officers on jammu and kashmir

गृहमंत्री अमित शाह की बड़ी बैठक, जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा और नए परिसीमन ​सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

गृहमंत्री अमित शाह की बड़ी बैठक, जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा और नए परिसीमन ​सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : June 4, 2019/11:19 am IST

नई दिल्ली: गृहमंत्री का पद संभालते ही अमित शाह एक्शन मोड पर आ गए हैं। मंगलवार को उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा और परिसीमन को लेकर गृह विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में नए सिरे से परिसीमन और इसके लिए आयोग गठन पर विचार किया गया। बैठक में गृह सचिव राजीव गौबा, एडिशनल सचिव (कश्मीर) ज्ञानेश सहित कई अफसर मौजूद रहे।

Read More: बिजनेसमैन दंपत्ति को भतीजे ने उतारा था मौत के घाट, दो अलग-अलग गांव से मिली थी बोरे में भरी लाश.. देखिए

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मीटिंग में अमित शाह ने सीमा पर तैनात जवानों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आप किसी भी आलोचना से प्रभावित न हों, जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रखें। ज्ञात हो कि पिछले 5 महीनों में जवानों ने 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया है।

Read More: चौपाल लगाकर सीएम भूपेश बघेल ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, फिर सामने आई बिजली कटौती की शिकायतें 

जम्मू कश्मीर को लेकर अमित शाह ने पहले ही अपना एजेंडा क्लीयर कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर में दहशत फैलाने वाले टॉप टेन आतंकियों की लिस्ट जारी की है। बताया जा रहा है कि इन सभी आतंकियों का जल्द सफाया किया जाएगा। जम्मू कश्मीर की मौजूदा हालात को लेकर उन्होंने बीते दिनो राज्यपाल सतपाल मलिक से भी मुलाकात की थी। इसके बाद शाह सोमवार को एनएसए अजीत डोभाल संग एक बड़ी बैठक की।

Read More: 1 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर, माओवादी संगठन में प्रचार- प्रसार सहित नई भर्ती की थी 

बैठक के विधानसभा सीटों के नए सिरे से परिसीमन पर भी चर्चा हुई। बता दें कि लंबे समय से जम्मू कश्मीर में नए परिसीमन की मांग उठ रही है। इसके पीछे सभी जातियों को राज्य विधानसभा में प्रतिनिधित्व देने की मंशा थी। जम्मू क्षेत्र में यह भावना रही है कि विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से असंतुलित प्रतिनिधित्व रहा है।