कानपुर। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में आयुर्वेद विश्वविद्यालय खोलने जा रही है। यह घोषणा मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश के अंदर जितने भी एलोपैथ के मेडिकल कॉलेज हैं, उनके लिए एक अलग से चिकित्सा विश्वविद्यालय दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर लखनऊ में स्थापित करने जा रही है। यह काम अंतिम चरण में है।
योगी ने कहा कि हमने प्रदेश में अलग से एक आयुर्वेद विश्वविद्यालय बनाने के लिए भी योजना बनाई है। इसके लिए इस बार बजट में प्रावधान करेंगे। मुख्यमंत्री आयुष मंत्रालय की आयुर्वेद पर्व और प्रदर्शनी के उद्घाटन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि औषधियों के जरिए सिद्धि प्राप्त की जा सकती है और औषधि ही आयुर्वेद का मार्ग है। यह आयुर्वेद महासम्मेलन इस मार्ग का आधुनिक संदर्भ में अन्वेषण करके समाज के समक्ष रखने में संकोच न करें। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के लिए हमारी सरकार ने एक बहुत बड़ा कार्यक्रम शुरु किया है।
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मुख्यमंत्री ने कहा, मैं समझता हूं कि आयुर्वेद के लिए जो काम वर्तमान सरकार प्रदेश में कर रही है, वह प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से ही संभव हुआ है। योगी ने कहा कि प्रदेश में 100 जगहों पर वेलनेस सेंटर की कार्रवाई चल रही है। अगर हर वेलनेस सेंटर में आयुर्वेद के चिकित्सक जिम्मेदारी लेकर काम करें तो बहुत अच्छे परिणाम आ सकते हैं। इस दौरान केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यशो नाइक ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय के लिए 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की।